सारण में छठव्रती मां के सामने ही डूब गया बेटा, मुजफ्फरपुर में पोखर से मिट्टी के हाथी निकालने में डूबे दो भाई
Bihar News: छठ घाट पर उपस्थित दर्जनों लोगों ने नाव और गोताखोरों की मदद से उसे बचाने का प्रयास किया. लेकिन, वह नदी की आगोश में समा गया.
Bihar News: सारण जिले के दरियापुर में मंगरपाल पंचायत स्थित बरुआं गांव में गुरुवार की सुबह छठ घाट से एक युवक छठव्रतियों की सेवा में गंडक नदी में प्रवेश किया और अचानक पैर फिसलने से तेज धारा में चला गया. छठ घाट पर उपस्थित दर्जनों लोगों ने नाव और गोताखोरों की मदद से उसे बचाने का प्रयास किया. लेकिन, वह नदी की आगोश में समा गया.
युवक की पहचान बरुआं गांव निवासी शंकर सिंह का 35 वर्षीय पुत्र नवीन कुमार के रूप में हुई है. उस युवक की मां उसी घाट पर छठव्रती के रूप में गंडक नदी में सुबह का अर्घ दे रही थी. शोरगुल के बाद उसे पता चला कि उसका बेटा डूब गया है. छठव्रती मां आंखों के सामने घटी घटना को देखते ही बेहोश हो कर गिर पड़ी. इससे छठ घाट का माहौल गमगीन हो गया.
पोखर से मिट्टी के हाथी को निकालने में डूबे दो भाई, गयी जान
मुजफ्फरपुर के कुढ़नी में छठ के दूसरे दिन गुरुवार की सुबह बघुलिया पोखर में दो चचेरे भाइयों की डूबने से मौत हो गयी. मृतकों में लालबाबू राय का पुत्र शिवम राज (11) और अवधेश राय का इकलौता पुत्र विकास कुमार (12) है. छठ घाट पर पूजा के बाद मिट्टी के हाथी को श्रद्धालुओं ने पोखर में विसर्जित किया था.
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सुबह का अर्घ होने के बाद दोनों के परिजन घर लौट गये थे. इसी बीच घरवालों से नजर बचा दोनों चचेरे भाई शिवम राज व विकास फिर से पोखर पर चले गये. पहले शिवम राज विसर्जित मिट्टी के हाथी को निकालने के लिए बीच पोखर में चला गया.
Posted by: Radheshyam Kushwaha