बिहार: भागलपुर में इंजीनियर पिता ने कपड़े खरीदने के लिए नहीं दिए पैसे तो इकलौते बेटे ने की खुदकुशी, मचा कोहराम

बिहार: भागलपुर में बाढ़ नियंत्रण विभाग में संविदा आधारित कनीय अभियंता (जेई) छबि नाथ राम ने जब ऑनलाइन कपड़े की खरीदारी के लिए अपने बेटे अंकित को पैसे नहीं दिए तो उनके इकलौते बेटे ने फंदे से झूलकर अपनी जान दे दी. रविवार को शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 18, 2023 8:09 AM

भागलपुर में पिता ने ऑनलाइन कपड़े की खरीदारी के लिए पैसे देने से इंकार किया तो इंटर पास 19 वर्षीय युवक ने खुदकुशी कर ली. मामला बरारी थाने के छोटी खंजरपुर मोहल्ला के परमानंद अपार्टमेंट का है. मृतक अंकित के पिता छबि नाथ राम बाढ़ नियंत्रण विभाग में संविदा आधारित कनीय अभियंता (जेई) हैं. अंकित पंखे से फंदा लंगाकर झूल गया. अस्पताल ले जाने के क्रम में उसकी मौत हो गयी.

कुरियर आया पर पिता ने नहीं दिए पैसे

अंकित के पिता ने बताया कि दोपहर में कुरियर से बेटे का कपड़ा आया था. इसके लिए अंकित ने 2500 रुपये की मांग की. पैसा नहीं रहने पर उसे देने से इंकार किया. दफ्तर से काम खत्म करके वे शाम को घर पहुंचे तो अंकित के बारे में पता किया. अंकित की मां ने कहा कि वह गुस्से में है. दोपहर में अंकित ने खाना भी नहीं खाया. जिसके बाद बेटे को मनाने के लिए उसके पिता अंकित के कमरे के पास गये और दरवाजा खटखटाया.लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं आया. कोई रिस्पॉन्स नहीं मिलने पर उसके मोबाइल पर कॉल किया गया. लेकिन वह नहीं रीसिव हुआ. फिर उसके दोस्त ने भी कॉल किया, उसका फोन भी नहीं रीसिव हुआ.

Also Read: बिहार में लू से 20 और लोगों की मौत, गया जंक्शन के प्लेटफॉर्म पर 4 भिखारियों ने तोड़ा दम, अलर्ट जारी
दरवाजा तोड़ा तो फंदे से लटका हुआ मिला बेटा

अंकित के पिता बताते हैं कि लगातार कोई प्रतिक्रिया नहीं आने पर अनहोनी की आशंका पर गार्ड की मदद से खंती से दरवाजा तोड़ा तो अंकित को पंखे से झूलता पाया. अंकित ने गमछे का फंदा लगाकर जान दे दी थी. आनन-फानन में फंदा खोलकर छाती पर प्रेशर दिया तो लगा कि सांसें चल रही है. जिसके बाद उसे तुरंत मायागंज स्थित JLNMCH अस्पताल लाया गया. जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया.

अंकित की डिप्रेशन में रहने की वजह

छबि नाथ राम ने बताया कि अंकित उनका इकलौता बेटा था. इंटर पास अंकित ने एक सप्ताह पहले भी कपड़ा मंगाया था. उस समय भी वापस किया गया था. वह तभी से डिप्रेशन में था. अंकित कहता था कि आप सिर्फ बेटियों को ही मानते हैं, उसे ही पैसे देते हैं. दरअसल, छबि नाथ को तीन बेटियां हैं. एक बेटी जम्मू में आर्किटेक्ट की पढ़ाई कर रही है. दूसरी बेटी चंडीगढ़ में साइकोलॉजिस्ट के लिए फर्स्ट सेमेस्टर में दाखिला ली है. छोटी बेटी भागलपुर में ही पढ़ाई कर रही है. छबि नाथ मूल रूप से सुल्तानगंज में प्रखंड कार्यालय के समीप के रहने वाले हैं. मायागंज JLNMCH अस्पताल स्थित पुलिस ओपी से सूचना मिली कि रविवार को मृतक का पोस्टमार्टम होगा.

Published By: Thakur Shaktilochan

Next Article

Exit mobile version