ट्रक से हुई बोलेरो की टक्कर में सोनपुर थाने के दारोगा की मौत, बेटी को परीक्षा दिलाने जा रहे थे पटना, भतीजे की बारात टली

Bihar News: पटना से सटे विक्रम के एनएच 139 बाइपास पर शुक्रवार को भीषण सड़क हादसे में सोनपुर थाने के दारोगा नंद किशोर सिंह (47 वर्ष) की मौत हो गयी. दारोगा के घर में भतीजे की शादी थी और इसी दिन सबसे छोटी बेटी सविता कुमारी की परीक्षा पटना में होने वाली थी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 11, 2020 8:36 PM
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Bihar News: पटना से सटे विक्रम के एनएच 139 बाइपास पर शुक्रवार को भीषण सड़क हादसे में सोनपुर थाने के दारोगा नंद किशोर सिंह (47 वर्ष) की मौत हो गयी. दारोगा के घर में भतीजे की शादी थी और इसी दिन सबसे छोटी बेटी सविता कुमारी की परीक्षा पटना में होने वाली थी. अपनी बेटी को परीक्षा दिलाने के लिए दारोगा अपनी बोलेरो से पटना जा रहे थे.

मंशा थी कि जल्दी लौटकर भतीजे की बरात में शामिल होने की. लेकिन, शुक्रवार की अहले सुबह उनकी बोलेरो की ट्रक से भिड़ंत हो गयी. इस घटना में दारोगा गंभीर रूप से जख्मी हो गये. घटना के बाद ट्रक चालक ट्रक छोड़ कर फरार हो गया. सूचना पर पहुंची स्थानीय पुलिस जख्मी दारोगा नंद किशोर सिंह को आनन-फानन में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गयी, जहां डॉक्टर ने उन्हें पीएमसीएच रेफर कर दिया.

वहां पहुंचते ही उनकी मौत हो गयी. जख्मी बेटी का इलाज स्थानीय पीएचसी में हुआ, जहां से परिजन उसे पटना ले गये. पुलिस ने घटनास्थल से ट्रक को जब्त कर लिया है. मृतक दारोगा चार भाई में सबसे छोटे थे. वे 1994 में दारोगा बहाल हुए थे. वर्तमान समय में सोनपुर थाना में पदस्थापित थे. सलेमपुर गांव में शादी का माहौल मातम में बदल गया.

परिजनों सहित पूरा गांव पटना से शव के आने का इंतजार कर रहा है. मृतक के भाई रास बिहारी सिंह ने बताया कि घर में नंद किशोर की पत्नी के अलावे एक बेटा व दो बेटियां हैं. परिवार संयुक्त है. भतीजे की बारात काराकाट थाना क्षेत्र के गम्हरियां गांव के सुरेश सिंह के यहां जानी थी.

नंद किशोर इसी कारण बेटी की परीक्षा दिला, समय से लौटने के लिए अहले सुबह ही घर से निकले थे. उन्होंने बताया कि अब बारात नहीं जायेगी. इधर गम्हरियां गांव में भी शादी का माहौल गम में बदल गया. समाचार मिलते ही लड़की पक्ष के लोग सलेमपुर के लिए निकल पड़े. शादी की सारी तैयारी हो चुकी थी, लेकिन हादसे के कारण वह टल गयी है.

Posted By: Utpal kant

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