Sonpur Mela: ऐतिहासिक सोनपुर मेले में फूलों का बाजार भी सजा, दूर- दूर से खरीदने आते हैं लोग, जानें खासियत
Sonpur Mela 2023: बिहार के सारण में एतिहासिक सोनपुर मेले का आगाज हो चुका है. इस मेले की कई खासियत है और यहां दूर- दूर से लोग आते है. साथ ही कई सामान भी खरीदते हैं. यहां कई तरह की चीजें मिलती है
Sonpur Mela 2023: बिहार के सारण जिले में एतिहासिक सोनपुर मेले का शुभारंभ हो चुका है. इस मेले की कई खासियत है और यहां दूर- दूर से लोग आते है. साथ ही कई सामानों की भी खरीददारी करते हैं. यहां कई तरह की चीजें मिलती है. घोड़ों का बाजार सज चुका है. कहते है कि यहां कई ऐसे घोड़े है, जो किशमिश से लेकर काजू तक खाते हैं. इनकी कीमत भी लाखों में है. मेले को देखने के लिए लोग दूर दराज से यहां आते हैं. देश से लेकर विदेश से लोग इस मेले को देखने के लिए पहुंचते है. बिहार से तो मेले का काफी गहरा रिश्ता रहा है. छोटे से लेकर बड़े त्योहारों में यहां मेला लगता है. 32 दिनों का यह मेला 26 दिसंबर तक चलेगा. बताया जाता है कि इस बार सोनपुर मेले में गांव का नक्शा भी उपलब्ध है. इसके अलावा यहां फूलों का बाजार भी सजाया गया है. इसकी अपनी खासियत भी है.
लोगों के लिए गाइड की भी व्यवस्था
सोनपुर मेले में गावों का नक्शा भी लोगों को उपलब्ध कराया जा रहा है. इससे लोगों को फायदा भी पहुंचेगा. मेले में कई तरह के स्टॉल सजाए गए है. सोनपुर मेला एशिया का सबसे बड़ा मेला है. इस मेले में हाथी से लेकर घोड़ा, कुत्ता व सभी जानवरों को बेचा जाता है. इसे खरीदने के लिए लोग पहुंचते है. मेले में इस बार विदेशी पर्यटकों को लुभाने के लिए 20 स्विस कॉटेज का निर्माण किया गया है. इसमें पहने के लिए पूरे महीने का खर्च दो हजार के आसपास का है. यहां टूरिस्ट गाइड के ठहरने, सुबह का नाश्ता, लंच, डिनर, स्नैक्स और पानी के साथ पर्यटक ग्राम में रात्रि विश्राम की सुविधा दी जा रही है. लोगों के लिए गाइड की भी व्यवस्था की गई है. मेले में लोगों की सुविधा का खास ख्याल रखा गया है.
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पटना से सोनपुर के लिए स्पेशल टूर पैकेज की व्यवस्था
मालूम हो कि ऐतिहासिक हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला शनिवार से गुलजार हो चुका है. बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सोनपुर मेले का शुभारंभ किया है. समारोह की अध्यक्षता विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह ने की थी. कार्यक्रम में राजस्व व भूमि सुधार मंत्री आलोक मेहता, कला संस्कृति मंत्री जितेंद्र कुमार राय, श्रम संसाधन मंत्री सुरेंद्र राम सहित सांसद एवं विधायकशामिल हुए. जानकारी के अनुसार सोनपुर मेला क्षेत्र में सांस्कृतिक पंडाल और आर्ट एंड क्राफ्ट गांव बनाया गया है. यहां का स्टॉल लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र है. मेला क्षेत्र के सांस्कृतिक पंडाल में अस्थायी पर्यटक सूचना केंद्र का निर्माण भी किया गया है. यहां पर्यटक गाइड को नियुक्त किया गया है. पटना से सोनपुर जाने के लिए स्पेशल टूर पैकेज की भी व्यवस्था है. यहां तक की पर्यटकों के लिए कपल टूर पैकेज की भी व्यवस्था की गई है.
बैलों की जोड़ियां लेकर किसान फूलों की करते हैं खरीददारी
फूलों से लेकर फलदार वृक्षों का बगीचा अगर कोई अपने घर में लगाना चाहता हो तो हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेले के चिड़िया बाजार रोड में वह आ सकते हैं. चिड़िया बाजार रेल अंडरपास के समीप आने पर यहां कहीं खिले हुए गेंदा, गुलाब के अनेक प्रकार जूही, हरिंसगार, कामिनी समेत सिजनल फूलों की आकर्षक बागवानी का नजारा आपके सामने होगा. यहां बेहतरीन फूल उपलब्ध है. बागवानी लगाने के लिये अनेक गृहस्थ इसी मेले से बड़ी संख्या में आम और लीची के पौधे की खरीददारी करते हैं. इस फूल के बाजार की सबसे बड़ी खासियत है कि इस मेले में अपने बैलों की जोड़ियां लेकर किसान पहुंचते हैं और यहां से वापसी पर फलदार पौधों की खरीदारी जरूर करते हैं.यहां दस रुपए से बीस हजार रुपए तक के पौधे उपलब्ध है.