पटना में 10 और 17 अप्रैल को मुख्यमंत्री का जनता दरबार लगने वाला है. जिसके लिए मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन भी पूरी तरह से तैयार है. जिले से मुख्यमंत्री के जनता दरबार में जाने वाले शिकायतकर्ता के लिए जिला प्रशासन उचित प्रबंध कर रही है. मुजफ्फरपुर समाहरणालय से सुबह 6 बजे स्पेशल गाड़ी पटना के लिए रवाना होगी. सीएम के जनता दरबार में जाने वाले शिकायतकर्ता को सुबह 6 बजे से पहले जिला समाहरणालय पहुंचना होगा. 10 व 17 अप्रैल को प्रस्तावित जनता दरबार में शिकायत लेकर पहुंचने वाले शिकायतकर्ता इसी स्पेशल गाड़ी से पटना जायेंगे.
शिकायतकर्ता को पटना ले जाने के लिए डीएम प्रणव कुमार ने दो मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति की है. जिनकी देखरेख में शिकायतकर्ता पटना के लिए निकलेंगे. वहीं, अलग-अलग पदाधिकारियों को वाहन से लेकर उत्तम नाश्ता, भोजन, पानी आदि की व्यवस्था की जिम्मेदारी सौंपी गयी है. पटना जाने वाले शिकायतकर्ता को किसी भी तरह की परेशानी ना हो इसका विशेष ख्याल रखा जाएगा.
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10 और 17 अप्रैल को लगने वाले जनता दरबार के लिए बतौर मजिस्ट्रेट दो पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है. मुजफ्फरपुर से पटना जनता दरबार ले जाने के लिए 10 अप्रैल को मोतीपुर के प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रशांत कुमार शिकायतकर्ता को लेकर पटना के लिए बतौर मजिस्ट्रेट रवाना होंगे. वहीं, 17 अप्रैल को इस कार्य के लिए कांटी के सीओ राजशेखर कुमार की प्रतिनियुक्ति की गयी है. कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए सीएम के जनता दरबार में जाने वाले लोगों की कोरोना टेस्ट के साथ वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट होना अनिवार्य किया गया है. मजिस्ट्रेट के साथ शिकायतकर्ता को पटना ले जाने और लाने के लिए डीएम ने एसएसपी को एक पुलिस पदाधिकारी की भी प्रतिनियुक्ति करने को कहा है. बताते चलें कि 10 और 17 अप्रैल दोनों दिन सुबह छह बजे कलेक्ट्रेट परिसर से पटना के लिए स्पेशल बस रवाना होगी.