विदेशों से आने वाले यात्रियों पर विशेष नजर, तीन वर्गों में होगी स्वास्थ्य जांच
विदेशों से आने वाले सभी यात्रियों के संक्रमण की स्थिति के अनुसार तीन वर्ग में बांटकर इलाज करने का निर्देश दिया गया है.
पटना: चीन, कोरिया, फ्रांस, जर्मनी, स्पेन, इटली और ईरान से आने वाले यात्रियों की स्वास्थ्य जांच अब बीमारी के संक्रमण के आधार पर की जायेगी. रविवार को स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने पटना एयरपोर्ट और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद यह निर्देश दिये हैं. उन्होंने अब इन देशों से पटना और गया एयरपोर्ट पर आने वाले सभी यात्रियों के जांच की अनिवार्यता कर दी है. साथ ही यात्रियों के संक्रमण की स्थिति के अनुसार तीन वर्ग में बांट कर इलाज करने का निर्देश दिया है. ए वर्ग में हाइरिस्क वाले ऐसे यात्री रखे जायेंगे, जो बुखार, सर्दी, खांसी, दम फूलने आदि से पीड़ित होंगे. इनको तत्काल प्रभाव से अलग कर इलाज किया जायेगा. वहीं बी केटेगरी में ऐसे बीमार यात्रियों को रखा जायेगा, जो 60 वर्ष से अधिक हो और वे हाइपर टेंशन, डायबिटीज और अस्थमा के रोगी हों. इनको अगले 14 दिनों तक सरकार की निगरानी में रखा जायेगा. (Corona virus) कोरोना वायरस के लक्षण पनपने पर अलग कर इलाज किया जायेगा.
तीसरे वर्ग ऐसे यात्रियों को रखा जायेगा जो सातों देश से आये हों और इनको कोई बीमारी नहीं हो. इन्हें भी 14 दिनों की निगरानी से गुजरना होगा. किसी भी तरह की समस्या होने पर नेशनल हेल्प लाइन 01123978046 पर संपर्क किया जा सकता है. जिला प्रशासन को निर्देश गया व पटना जिला प्रशासन को निर्देश दिया गया है कि दोनों एयरपोर्ट पर तीन डाटा इंट्री ऑपरेटर की तैयार तत्काल कर दें. जो सभी यात्रियों का ब्योरा रखेंगे. इसके अलावा बायोमेडिकल वेस्ट का डिस्पोजल भी एयरपोर्ट अथॉरिटी के साथ मिल करेंगे. अतिरिक्त मेडिकल टीम की तैनाती एयरपोर्टों पर की जायेगी. मास्क, एम्बुलेंस सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे. यात्रियों से जानकारी लेने के लिए सेल्फ रिपोर्टिंग फार्म की व्यवस्था भी की जायेगी.