बिहार में शराब के धंधेबाजों को पकड़ने के लिए बना विशेष दस्ता का नाम हुआ वज्र, जानें कैसे करेगा कार्रवाई
बिहार के सभी जिलों में छापेमारी के लिए गठित की गयी विशेष छापेमारी दल का नाम ‘वज्र’ रखा गया. अब अपराधियों को नियंत्रित करने के लिए और अपराध पर लगाम लगाने के लिए इसका पूरा इस्तेमाल करने का निर्देश दिया गया है.
पटना. पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों के एसपी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करके राज्य में विधि-व्यवस्था की समीक्षा की. इस दौरान सभी जिलों में छापेमारी के लिए गठित की गयी विशेष छापेमारी दल का नाम ‘वज्र’ रखा गया. एडीजी (मुख्यालय) जितेंद्र सिंह गंगवार ने इस वीसी की अध्यक्षता करते हुए सभी जिलों को निर्देश दिया कि वे वज्र दस्ता का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करें.
अपने-अपने जिलों में जहां अपराधियों को नियंत्रित करने के लिए और अपराध पर लगाम लगाने के लिए इसका पूरा इस्तेमाल करें. बड़े जिलों में इसकी एक-एक कंपनी और अन्य छोटे जिलों में 2 से 3 प्लाटून गठित किये गये हैं. इस दौरान 18 से 22 दिसंबर तक पूरे राज्य में चलाये गये ऑपरेशन प्रहार के बारे में भी समीक्षा की गयी . मद्य निषेध के लिए गठित एंटी लिकर टास्क फोर्स के स्तर से की गयी कार्रवाई के बारे में भी जानकारी ली गयी.
शराबबंदी में लापरवाह आठ पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई
प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी में लापरवाही बरतने व धंधेबाजों से साठगांठ रखने के आरोप में रेल थानाध्यक्ष समेत आठ पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. वहीं लापरवाही बरतने वाले एक थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर कर दिया गया है. यह कार्रवाई समस्तीपुर और सासाराम में हुई है.
समस्तीपुर रेल मंडल मुख्यालय स्थित रेल थाने के नए भवन के एक कमरे से भारी मात्रा में विदेशी शराब बरामद के आरोप में एक सीपाही को गिरफ्तार किया गया है. इसके बाद लापरवाही बरतने के मामले में रेलर थानाध्यक्ष समेत छह लोगों को निलंबित कर दिया गया . दूसरी तरफ रोहतास के एसपी ने शराबबंदी में लापरवाही बरतने पर नौहट्टा के थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर कर दिया है.