बिहार में बक्शे नहीं जाएंगे शराब तस्कर, स्पीडी ट्रायल चलाकर शराब धंधेबाजों को दी जायेगी सजा
मद्य निषेध एवं निबंधन सह जिला प्रभारी मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि पेय पदार्थ से मौत मामले में दोषी नहीं बक्शे जायेंगे. दोषियों को हर हाल में गिरफ्तारी के साथ स्पीडी ट्रायल चलाकर सजा दिलायी जायेगी.
मोतिहारी: मद्य निषेध एवं निबंधन सह जिला प्रभारी मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि पेय पदार्थ से मौत मामले में दोषी नहीं बक्शे जायेंगे. दोषियों को हर हाल में गिरफ्तारी के साथ स्पीडी ट्रायल चलाकर सजा दिलायी जायेगी. दोबारा ऐसी घटना नहीं हो, इसको लेकर अधिकारी अलर्ट रहें और हर क्षेत्र में पैनी नजर रखें. वे बुधवार को मोतिहारी में जिला अतिथि गृह में अधिकारियों की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे.
मृतक के आश्रितों को जांच रिपोर्ट के आधार पर चार लाख रुपये
उन्होंने हाल ही में पूर्वी चंपारण में हुए जहरीली शराब से मौत मामले पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि यह घृणित कार्य है. ऐसे कार्यों पर हरहाल में रोक लगनी ही चाहिए. उन्होंने मृतक के आश्रितों को जांच रिपोर्ट के आधार पर चार लाख रुपये की अनुदान राशि मुहैया कराने की घोषणा की. साथ ही अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि छापेमारी में तेजी लायें व अभियान चलाकर वाहन की चेंकिंग करें. छोटे धंधेबाजों को पकड़ कर खानापूर्ति करने के बजाय अधिकारी बड़े धंधेबाजों को गिरफ्त में लेने की जरूरत है. अपने क्षेत्र में चल रहे शराब भट्ठियों का पता लगाएं और उन्हें ध्वस्त करें. यह जमीनी स्तर पर पता करें कि शराब कारोबारी कौन है? सूचना पुष्ट होने पर कार्रवाई करें. बैठक को मद्य निषेध एडीजी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने भी संबोधित किया.
Also Read: बिहार: मुजफ्फरपुर में किशोरी का अश्लील वीडियो वायरल, कुकर्म में एक रिश्तेदार भी शामिल, पांच नामजद
तस्करी रोकने के लिए प्रशासन चौकस
इधर डीएम सौरभ जोरवाल ने बताया कि भारत-नेपाल खुला बॉर्डर है. खुले बॉर्डर से तस्करी का काम आसान हो जाता है. यहां से शराब व मादक पदार्थों की तस्करी पर रोक लगे, इसके लिए सीमा क्षेत्र के थानेदार व एसएसबी अधिकारी व अन्य को सख्त निर्देश दिया गया है. प्रशासन पूरी तरह से चौकस है. बैठक में डीआइजी मद्य निषेध, एसपी कांतेश कुमार मिश्रा, डीडीसी समीर सौरभ, सदर एसडीओ श्रेष्ठ अनुपम, उत्पाद अधीक्षक अमृतेश कुमार के अलावे संबंधित सभी अनुमंडल के डीएसपी ने भाग लिया.