SSC समेत अन्य परीक्षाओं में सेटिंग, प्रश्न-पत्र लीक करने वाले बिहार के माफियाओं की करतूत जानकर रह जाएंगे दंग..

ओडिया की बालासोर पुलिस ने नौ परीक्षा माफियाओं को गिरफ्तार किया है. जिनमें 4 बिहार के रहने वाले हैं. इनका सरगना भी बिहार का ही है. जो पूर्व में भी जेल जा चुका है. लेकिन उसके बाद भी उसकी हरकत सही नहीं हुई. जानिए कैसे करता था परीक्षा में सेटिंग..

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 19, 2023 8:46 AM

Bihar News: ओडिशा के बालासोर में पुलिस ने नौ परीक्षा माफियाओं को पिछले दिनों गिरफ्तार किया है जिनमें चार बिहार के रहने वाले हैं. गिरफ्तार किए गए युवकों में एक पटना का रहने वाला है. एसएससी की सीजीएल परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक करने के फिराक में ये लोग थे, लेकिन बालासोर पुलिस ने इन्हें पकड़ लिया. वहीं प्रश्न पत्र लीक करने के मामले में पकड़े गये परीक्षा माफियाओं की जांच अब पटना पुलिस भी करेगी.

बिहार के माफियाओं की करतूत

ओड़िसा के बालासोर में पकड़े गये परीक्षा माफियाओं में पटना के पत्रकार नगर थाने के हनुमान नगर का दीपक कमार, समस्तीपुर के विद्यापति नगर का विजेंद्र कुमार, जहानाबाद के घोसी का अजय कुमार, रोहतास के डालमिया नगर का राजकुमार सिंह, ओडिशा के कटक निवासी विश्वरंजन महापात्रा व साइना परवीन, मो कमरूद्दीन व मुस्तकिम खान व आंध्रप्रदेश का मोहम्मद सिद्दीकी शामिल हैं. परीक्षा माफियाओं का गिरोह पूरे देश में परीक्षाओं में सेटिंग करता है और इसका सरगना विजेंद्र व विश्वरंजन हैं.

बिहार के परीक्षा माफियाओं की जांच करेगी पटना पुलिस

सरगना विजेंद्र के खिलाफ में बिहार के पटना स्थित दानापुर थाने में भी मामला दर्ज है. बालासोर की एसपी सागरिका नाथ ने गिरफ्तारी की पुष्टि की और बताया कि इस गिरोह में कई अन्य लोग भी शामिल हैं, जिन्हें पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है. वहीं अब पटना पुलिस भी ओडिशा के बालासोर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गये बिहार के परीक्षा माफियाओं की जांच करेगी. बालासोर पुलिस ने बिहार के समस्तीपुर निवासी विजेंद्र कुमार, हनुमान नगर निवासी दीपक कुमार, जहानाबाद निवासी अजय कुमार व रोहतास निवासी राजकुमार सिंह को गिरफ्तार किया है.

पटना पुलिस रिमांड पर लेकर कर सकती है पूछताछ!

इन माफियाओं के संबंध में जानकारी जुटाने की जिम्मेदारी एसएसपी राजीव मिश्रा ने सिटी एसपी पश्चिमी राजेश कुमार को दी है. विजेंद्र पर दानापुर थाने में भी एक केस दर्ज है. जिसमें यह फरार चल रहा था. पटना पुलिस उसे रिमांड पर भी ले सकती है.

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मध्यप्रदेश एसटीएफ ने भी किया था गिरफ्तार

बताया जाता है कि विजेंद्र ने आंध्रप्रदेश के गोविंदा रेड्डी के साथ मिल कर सीजीएल का प्रश्न पत्र लीक करने की योजना बनायी थी. लेकिन यह सफल नहीं हो पाया और पकड़ा भी गया. विजेंद्र को मध्यप्रदेश एसटीएफ ने वर्ष 2014 में गिरफ्तार किया था. लेकिन जमानत पर छूटने के बाद इसने फिर से प्रश्न पत्र लीक करने का धंधा शुरू कर दिया.

अमीन की परीक्षा को लेकर भी सेटिंग की चल रही थी तैयारी?

सूत्रों का यह भी कहना है कि बिहार में अगस्त माह में होने वाली अमीन की परीक्षा को लेकर भी विजेंद्र सेटिंग करने में लगा था. इसके कई साथियों के खिलाफ खगौल थाने में भी मामले दर्ज हैं. कुछ की गिरफ्तारी भी पहले हो चुकी है. विदित हो कि बालासोर पुलिस ने नौ परीक्षा माफियाओं को गिरफ्तार किया है जिनमें से चार बिहार के हैं.

88 अभ्यर्थियों को दिये गये थे प्रश्नपत्र व उत्तर

परीक्षा माफियाओं के साथ ही 88 अभ्यर्थियों को भी हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है. इन्हें प्रश्नपत्र व उत्तर देकर कोलकाता के दीघा बीच स्थित होटल में ले जाया जा रहा था. इसी दौरान सभी परीक्षा माफिया पकड़े गये. अधिकतर अभ्यर्थी बिहार के हैं. इन लोगों के पास से बरामद प्रश्नपत्र सीजीएल की परीक्षा के लिए दिये गये प्रश्नपत्र से मिलान नहीं हो पाया है. इसके कारण पुलिस इस बिंदु पर भी जांच की जा रही है कि गलत प्रश्नपत्र देकर रकम ठगी करने का तो गिरोह का इरादा नहीं था. अभ्यर्थियों ने पुलिस को जानकारी दी है कि 10 से 15 लाख रुपये में सेटिंग कराने पर बात हुई थी.

गुजरात में भी पकड़े गए थे बिहार के परीक्षा माफिया

गौरतलब है कि इसी साल के शुरुआती महीने में गुजरात क्राइम ब्रांच की टीम ने गुजरात पंचायत सेवा चयन बोर्ड के जूनियर क्लर्क की परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में बड़ी कार्रवाई की थी और 15 परीक्षा माफियाओं को गिरफ्तार किया था. इसमें बिहार के भी कई युवक पकड़े गए थे. पटना के पुनाईचक , लखीसराय, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय , नालंदा के युवक को इस धंधे में लिप्त होने के आरोप में पकड़ा गया था. प्रश्नपत्र लीक करने के लिए इन्हें महज 70 हजार रुपये खर्च करने पड़े थे. लेकिन इसे कमाई का बड़ा धंधा बना चुके इन परीक्षा माफियाओं ने 10 से 20 लाख रुपये में अभ्यर्थियों को प्रश्न-पत्र बेच दिया था.29 जनवरी को गुजरात के विभिन्न जिलों में गुजरात पंचायत सेवा चयन बोर्ड के जूनियर क्लर्क की परीक्षा आयोजित की गयी थी और परीक्षा शुरू होने से पहले ही प्रश्न-पत्र बाहर निकल गया था.

Published By: Thakur Shaktilochan

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