पटना में दो नाबालिगों से सामूहिक दुष्कर्म और हत्या मामले में SSP की कार्रवाई, ASI नरेंद्र प्रसाद निलंबित
पटना में दो नाबालिब बच्चियों के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या मामले में आम लोगों के विरोध को देखते हुए पटना के सीनियर एसपी ने मामले की जांच कराई जिसमें फुलवारीशरीफ थाने में पदस्थापित एएसआइ नरेंद्र प्रसाद को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.
पटना के फुलवारीशरीफ में दो नाबालिग बच्चियों के साथ सामूहिक व हत्या की घटना के बाद लगातार बढ़ते राजनीतिक दबाव व सामाजिक संगठनों व आम लोगों के विरोध को देखते हुए पटना के सीनियर एसपी ने मामले की जांच कराई जिसमें फुलवारीशरीफ थाने में पदस्थापित एएसआइ नरेंद्र प्रसाद को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. एसएसपी राजीव कुमार मिश्रा के मुताबिक दोनों बच्चियों के लापता होने की जानकारी देने उनके परिजन जब थाने पहुंचे थे तो उस समय थानाध्यक्ष सफिर आलम थाने में मौजूद नहीं थे, वहां ओडी ऑफिसर के रूप में नरेंद्र प्रसाद एएसआइ मौजूद थे जिन्होंने लापरवाही बरती. वहीं पुलिस का कहना है कि कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है लेकिन उनसे कोई खास जानकारी नहीं मिल सकी है.
खतरे से बाहर जख्मी नाबालिग
सीनियर एसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि इस घटना में पीड़ित दूसरी बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां, एक आइपीएस की ड्यूटी लगाई गयी है. डॉक्टरों के अनुसार फिलहाल, वह खतरे से बाहर है लेकिन पूरी तरह से बयान देने के लिए ठीक नहीं है. उन्होंने बताया कि 48 घंटे बाद ही वह बयान देने लायक हो सकती है. तब पता चल सकेगा कि उन्हें ले जाने वाले कौन लोग थे.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
एसएसपी ने बताया कि मृत बच्ची का पोस्टमार्टम कराया गया है हालांकि, अभी उसकी रिपोर्ट नहीं मिल सकी है. साथ ही उन बच्चियों के कपड़े और उनके शरीर से सैंपल भी लिए गए हैं, जिसकी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ स्पष्ट हो सकेगा.
पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे भाजपा नेता
सामूहिक दुष्कर्म के बाद एक बच्ची की हत्या और दूसरी की हालत गंभीर होने के मामले की जानकारी मिलने पर बिहार प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी और सांसद रामकृपाल यादव के साथ तिरहुत प्रमंडल प्रभारी आशुतोष सिंह, भाजपा नेता भाई सनोज यादव घर जाकर परिजनों से मिलकर सांत्वना दिया और न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया.
अब तक अपराधियों की पहचान तक नहीं हो पायी, यह शर्म की बात : सम्राट चौधरी
सम्राट चौधरी ने कहा कि थाने से तीन किलोमीटर की दूरी पर इस तरह बच्चियों के साथ दुष्कर्म व हत्या जैसी जघन्य अपराध का होना इससे बड़ा दुर्भाग्य और कुछ नहीं हो सकता है. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के लिए शर्मशार करने वाला दिन है. उन्होंने पीड़ित परिवार को आश्वासन दिया कि भाजपा उनकी न्याय की लड़ाई तब तक लड़ती रहेगी जब तक कि दोषियों को फांसी की सजा नहीं मिल जाती. ऐसी जघन्य घटना के 24 घंटे बाद भी अपराधी घूम रहे है, यह पुलिस के लिए भी शर्म की बात है. अब तक अपराधियों की पहचान तक नहीं हो पायी है. उन्होंने साफ लहजे में कहा कि ऐसे अपराधियों का एनकाउंटर कर देना चाहिए और उनके घरों को ध्वस्त करना होगा.
जख्मी बच्ची का इलाज अपने खर्च पर कराएगी भाजपा : सम्राट
सम्राट चौधरी ने कहा कि इस मामले को भाजपा स्वयं अपने खर्च पर लड़ेगी. उन्होंने कहा कि थाना पहुंचकर बच्चियों के गायब होने की जानकारी देने पर पुलिस ने कार्रवाई नहीं की. उन्होंने कहा कि जिन बच्चियों के साथ घटना घटी उनके पिता नहीं हैं. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि सांसद रामकृपाल यादव द्वारा घटना की जानकारी दिए जाने के बाद पुलिस अधीक्षक से बात कर विशेष जांच दल गठित करवायी गयी है. उन्होंने पीड़ित परिवार को भरोसा दिलाया कि जख्मी बच्ची का इलाज भी भाजपा अपने खर्च पर करवाएगी.
Also Read: बिहार: सामूहिक दुष्कर्म कांड के बाद स्थानीय लोग आक्रोशित, सड़क जाम कर किया प्रदर्शन
24 घंटे में अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग
सांसद रामकृपाल यादव ने कहा कि थाने से मजह तीन किलोमीटर दूरी पर ऐसी घटना हूुई है. सांसद ने कहा बिहार सरकार पूरी तरह फेल हो चुकी है. इस मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आयी है. सांसद ने कहा कि पुलिस 24 घंटे में अपराधियों को गिरफ्तार करे. इनके अलावा राजद, लोजपा समेत कई दलों और सामाजिक संगठनों के लोगों का दिन भर पीड़ित परिवार के घर सांत्वना देने पहुंचने का तांता लगा रहा.
पीड़ित परिवार को मिले 25 लाख रुपये मुआवजा : एडवा
अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति, (एडवा) बिहार पटना जिला की अध्यक्ष सुनिता कुमारी, सचिव सरिता पांडेय के नेतृत्व में एडवा की जांच टीम ने फुलवारीशरीफ के गांव में दो बच्चियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद एक बच्ची की हत्या मामले में अपराधियों की अविलंब गिरफ्तारी और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा देने की प्रशासन से मांग की है. टीम में सरिता पांडेय, सुनीता कुमारी, कौशल्या देवी, सरोज, लखिया देवी हैं.
जांच टीम ने कहा कि एडवा मांग करती है कि अपराधियों को शीघ्र गिरफ्तार कर सजा दी जाए. बच्ची का इलाज सरकारी खर्चे पर किया जाए और उसके पूणर्वास के लिए कम से 25 लाख उसके परिजन को दिया जाए. एडवा इस घटना के खिलाफ राज्य में आंदोलन करेगी.