Bihar news: बिहार के 145 सरकारी प्लस-टू स्कूलों में स्टैंडर्ड क्लब बनेंगे. राजकीय एवं राजकीयकृत प्लस-टू स्कूलों में स्टैंडर्ड क्लब बनाने का प्रस्ताव भारतीय मानक ब्यूरो ने शिक्षा विभाग को दिया है. इस पर शिक्षा विभाग के स्तर पर अमल शुरू हो गया है.
इस संदर्भ में माध्यमिक शिक्षा निदेशक मनोज कुमार की तरफ से राज्य के सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों (माध्यमिक शिक्षा) को निर्देश दिये गये हैं. इसके मुताबिक सात जिलों में बक्सर, अरवल, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, शेखपुरा एवं लखीसराय शामिल हैं. इन सात जिलों में तीन-तीन स्कूलों और बाकी 31 जिलों में चार-चार स्कूलों का चयन होगा.
चयनित हर स्कूल में विज्ञान संकाय के एक शिक्षक मेंटर के रूप में नामित होंगे. 9वीं से लेकर 12वीं कक्षा के चुनिंदे छात्र इसके सदस्य होंगे.मेंटर एवं सदस्यों की कार्यशाला आयोजित कर उन्हें ट्रेनिंग दी जायेगी.
इस क्लब के माध्यम से उपभोक्ताओं को सही वस्तुओं की जांच व परख के लिए जागरूक किया जा सकेगा. स्कूलों के साथ ही चयनित कॉलेजों में भी उपभोक्ता मानक क्लब का गठन किया जाएगा. नौवीं तथा इससे ऊपर की कक्षाओं के विज्ञान के छात्र- छात्राओं को इसके लिए प्रशिक्षित किया जाएगा. इस प्रशिक्षण में उन्हें वस्तु की जांच व परख के तरीके बताए जाएंगे, ताकि वे असली व नकली सामान की परख कर सकें. इसके साथ ही विद्यार्थियों को कीमती धातुओं की गुणवत्ता और उनकी पहचान करना भी सिखाया जाएगा. विद्यार्थियों को सोने की शुद्धता को पहचानने व आभूषणों की हॉल मार्किंग के बारे में भी जानकारी दी जाएगी.
स्कूलों में गठित उपभोक्ता मानक क्लब की ओर से कई गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा. बच्चों को कीमती धातुओं की गुणवत्ता व उनकी पहचान के लिए सेमिनार, कार्यशाला, भाषण व क्विज प्रतियोगिता कराई जाएगी. इसके साथ ही मानक लेखन प्रतियोगिता व मानक और गुणवत्ता के मुद्दों पर प्रश्नोत्तरी, निबंध लेखन और वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा.