बेतिया. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद संजय जायसवाल को अपने ही संसदीय क्षेत्र में भारी फजीहत का सामना करना पड़ा. संजय जायसवाल सोमवार को जहरीली शराब कांड में मरे लोगों के परिजनों से मिलने पहुंचे. इसी दौरान उन्होंने परिजनों को एक बंद लिफाफा सौंपा.
लोगों ने लिफाफा खोलकर देखा तो उसमें पांच हजार रुपये थे. उसके बाद बवाल मच गया. आक्रोशित लोगों ने संजय जायसवाल समेत उनके साथ गये भाजपा के तमाम नेताओं को वहां से खदेड़ दिया. किसी प्रकार हालात को सामान्य किया गया.
दरअसल, पश्चिम चंपारण जिले के नौतन दक्षिण तेल्हुआ पंचायत में 5 दिन पहले जहरीली शराब से 13 लोगों की मौत हो गयी थी. ये इलाका संजय जायसवाल के संसदीय क्षेत्र में पडता है. जायसवाल आज अपने अमले के साथ पहुंचे. उन्होंने मृतकों के परिजनों से मुलाकात की.
इसी दौरान उनके साथ आय़े बीजेपी नेता मरने वाले लोगों के परिजनों को एक लिफाफा भी सौंप रहे थे. साथ ही भाजपा नेता लोगों से कह रहे थे कि संजय जी के चले जाने के बाद उस लिफाफे को खोलें. लेकिन परिजनों ने वही लिफाफा खोल दिया.
लिफाफा खुलने के बाद उसमें दिये गये पैसे को गिना गया. एक लिफाफे में पांच सौ रूपये के दस नोट थे. लोगों ने रूपये देखे और उसके बाद हंगामा शुरू हो गया. लोगों का आरोप था कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एक जान की कीमत पांच हजार रूपये लगा रहे हैं.
हंगामा होते देख संजय जायसवाल पुलिस सुरक्षा में वहां से निकल गये. लोगों का गुस्सा इतना ज्यादा था कि किसी अनहोनी की आशंका खड़ी हो गयी थी. हालांकि पुलिस की प्रयाप्त व्यवस्था में नौतन गांव पहुंचे संजय जायसवाल को किसी तरह वहां से बाहर लाया गया. आक्रोशित लोगों से बचाने में पुलिस के पसीने छूट गये.
Posted by Ashish Jha