बिहार में तीन स्टेट हाइवे का करीब 143.119 किमी लंबाई में 1131.19 करोड़ रुपये की लागत से 2025 तक चौड़ाई बढ़ेगी. इससे करीब चार जिले के लोगों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी. साथ ही नेपाल सीमा तक जाने की सुविधा में भी बढ़ोतरी होगी. इन सड़कों के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. इनके निर्माण को गुणवत्ता के साथ तेज गति से तय समय में करने का निर्देश दिया गया है. इन सभी का निर्माण बिहार स्टेट रोड डवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीएसआरडीसीएल) की देखरेख में हो रहा है.
पूर्णिया और किशनगंज जिले को जोड़ने वाली एसएच-99 बायसी-बहादुरगंज-दीघलबैंक का निर्माण करीब 65.35 किमी लंबाई में करीब 602.24 करोड़ रुपये की लागत से होगा. इसे पूरा करने की समय-सीमा 10 जनवरी , 2026 तय की गयी है. इससे नेपाल सीमा तक आवागमन में विशेष सहूलियत होगी.
नवादा जिले में एसएच-103 मंझवे-गोविंदपुर सड़क का करीब 42 किमी हिस्सा 211.69 करोड़ रुपये की लागत से 2025 तक पूरा होने की समय-सीमा तय की गयी है.
इसके साथ ही पश्चिम चंपारण जिले में एसएच-105 बेतिया-नरकटियागंज करीब 35.7 किमी लंबाई में 317.26 करोड़ की लागत से बनने की संभावना है. यह सड़क पहले केवल मुख्य जिला सड़क थी. उसे एसएच का दर्जा देकर बेहतर बनाने की योजना में शामिल किया गया.
सूत्रों के अनुसार तीनों एसएच की चौड़ाई बढ़ाने का निर्णय पिछले साल हुआ था. पहले इनकी चौड़ाई करीब साढ़े तीन से चार मीटर थी. अब इसे बढ़ा कर करीब सात से दस मीटर किया जायेगा. इसके लिए जमीन अधिग्रहण सहित अन्य प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. हालांकि, कई जगह अब भी रैयतों को मुआवजा नहीं मिलने की शिकायतें मिली हैं. इस पर निगम की तरफ से जांच करने की जानकारी मिली है.
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इन तीनों सड़कों के निर्माण के लिए पिछले दिनों वित्तीय मंजूरी की प्रक्रिया पूरी की गयी थी. साथ ही तेजी से निर्माण का निर्देश दिया गया था. इन सभी सड़कों की चौड़ाई बढ़ा कर आसपास बसे ग्रामीण इलाकों को भी इससे जोड़ने की योजना है. इससे तीनों सड़कों के आसपास के बसावटों का भी आर्थिक रूप से विकास हो सकेगा.