विश्वसनीयता : नेपाल-भूटान के साथ 26 बोर्डों के छात्र ले रहे बिहार बोर्ड में एडमिशन में रुचि
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा रिकॉर्ड समय में देश में सबसे पहले रिजल्ट प्रकाशित करने के कारण बिहार बोर्ड की विश्वसनीयता बढ़ गयी है. अब पड़ोसी देश नेपाल और भूटान के साथ सीबीएसइ व देश के अन्य राज्यों के बोर्ड से 10वीं सफल स्टूडेंट्स बिहार बोर्ड में एडमिशन को लेकर उत्साहित हैं.
पटना : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा रिकॉर्ड समय में देश में सबसे पहले रिजल्ट प्रकाशित करने के कारण बिहार बोर्ड की विश्वसनीयता बढ़ गयी है. अब पड़ोसी देश नेपाल और भूटान के साथ सीबीएसइ व देश के अन्य राज्यों के बोर्ड से 10वीं सफल स्टूडेंट्स बिहार बोर्ड में एडमिशन को लेकर उत्साहित हैं. इस बार बिहार बोर्ड के कॉलेजों में इंटर में एडमिशन के लिए देश के 26 बोर्डों के विद्यार्थियों ने आवेदन किया है. पिछले साल 19 बोर्ड परीक्षाओं के विद्यार्थियों ने नामांकन लिया था. इस बार 26 राज्यों से मैट्रिक पास 21,453 विद्यार्थियों ने वर्ष 2020 में ऑनलाइन फैसिलिटेशन सिस्टम फॉर स्टूडेंट्स (ओएफएसएस) के माध्यम से बिहार बोर्ड के संस्थानों में इंटर कक्षा में नामांकन के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है. वहीं, 2019 में 19 राज्यों से मैट्रिक उत्तीर्ण 16,573 विद्यार्थियों ने इंटर में एडमिशन के लिए आवेदन किया था.
इन राज्यों के स्टूडेंट्स ने किया आवेदन
2020 में पड़ोसी देश नेपाल की राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड एवं भूटान के बोर्ड परीक्षा सहित देश के 26 राज्यों के परीक्षा बोर्डों में झारखंड बोर्ड, उत्तर प्रदेश बोर्ड, पश्चिम बंगाल बोर्ड, महाराष्ट्र बोर्ड, ओड़िशा बोर्ड, हरियाणा बोर्ड, पंजाब बोर्ड, असम बोर्ड, गुजरात बोर्ड, राजस्थान बोर्ड, मध्य प्रदेश बोर्ड, छत्तीसगढ़ बोर्ड, तेलांगना बोर्ड, नागालैंड बोर्ड, कर्नाटक बोर्ड, जम्मू एंड कश्मीर बोर्ड, हिमाचल प्रदेश बोर्ड, आन्ध्र प्रदेश बोर्ड, मेघालय बोर्ड, मणिपुर बोर्ड, तमिलनाडु बोर्ड, केरल बोर्ड, गोवा बोर्ड, मिजोरम बोर्ड, त्रिपुरा बोर्ड एवं सिक्किम बोर्ड से उत्तीर्ण 21,453 विद्यार्थियों ने वर्ष 2020 में 11वीं में एडमिशन के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है.
इस बार सीबीएसइ के 87,338 स्टूडेंट्स ने भरा फॉर्म
पिछले दो वर्षों 2019 एवं 2020 में बिहार बोर्ड के संस्थानों में इंटर कक्षा में नामांकन के लिए सीबीएसइ से मैट्रिक उत्तीर्ण विद्यार्थियों ने बड़ी संख्या में अपनी रुचि दिखायी है. वर्ष 2019 में सीबीएसइ से मैट्रिक उत्तीर्ण 70,058 विद्यार्थियों ने बिहार बोर्ड से इंटर में नामांकन लिया. 2020 में सीबीएसइ से मैट्रिक उत्तीर्ण 87,338 विद्यार्थियों ने बिहार बोर्ड से इंटर में नामांकन के लिए आवेदन किया है. पड़ोसी देश नेपाल व भूटान के परीक्षा बोर्डों से मैट्रिक उत्तीर्ण विद्यार्थियों ने इंटर कक्षा में बिहार बोर्ड में नामांकन लेने के लिए आॅनलाइन आवेदन किया है.
बिहार बोर्ड ने रिकॉर्ड समय में जारी किया रिजल्ट
बोर्ड ने 2019 एवं 2020 में इंटर एवं मैट्रिक की परीक्षाओं का परीक्षाफल देश में सबसे पहले जारी किया गया. वर्ष 2019 में देश के इतिहास में सबसे पहले मार्च महीने में ही इंटर का रिजल्ट घोषित किया गया एवं अप्रैल के प्रथम सप्ताह में मैट्रिक का रिजल्ट घोषित किया गया था. इसके साथ-साथ देश में सबसे पहले मई माह में ही संपूर्ण परीक्षा चक्र को पूरा किया गया था. अर्थात मैट्रिक तथा इंटर की वार्षिक परीक्षा एवं इंटर तथा मैट्रिक की कंपार्टमेंटल परीक्षा- इन चारों परीक्षाओं का आयोजन कर मई माह तक ही इन चारों परीक्षाओं का रिजल्ट जारी किया गया, जो पूरे देश में पहली बार इतने त्वरित रूप से किया गया था. इस बार इंटर का रिजल्ट देश में सबसे पहले 24 मार्च को प्रकाशित किया गया, जो देश के इतिहास में अब तक का सबसे तेज रिजल्ट था. इसके बाद समिति द्वारा मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2020 का रिजल्ट कोरोना महामारी के कारण लागू लाॅकडाउन के बीच ही दिनांक 26 मई को जारी किया गया. यह रिजल्ट भी देश में सबसे पहले जारी किया गया था.
posted by ashish jha