पटना. एमएसपी की कानूनी गारंटी, किसानों का कर्ज माफी, किसान पेंशन, केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टैनी की बर्खास्तगी सहित अन्य मांगों को लेकर दिल्ली में 20 मार्च को किसान महापंचायत होगी. इसमें बिहार में मंडियों की बहाली, उत्तर बिहार में बाढ़, सूखा, किसानों को खेती के लिए मुफ्त बिजली सहित अन्य मांगें भी रखी जायेगी. यूथ क्लब हाॅस्टल के सभागार में क्रांतिकारी किसान यूनियन की राज्य स्तरीय किसान कंवेंशन के बाद आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में डॉ दर्शनपाल ने उक्त बातें कहीं.
डॉ दर्शनपाल ने कहा कि बिहार में क्रांतिकारी किसान यूनियन के विस्तार के लिए 25 सदस्यीय राज्य सांगठनिक कमेटी गठित की गयी है. राज्य सांगठनिक कमेटी के कार्यक्रमों को संचालित करने के लिए पांच सदस्यीय वर्किंग कमेटी बनायी गयी है. इसमें बिंदेश्वरी सिंह, वीवी सिंह, मनोज कुमार, सुबोध कुमार व चंद्रमोहन पटेल शामिल हैं.
डॉ दर्शनपाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने देश के किसानों के साथ विश्वासघात किया है. अगर सरकार किसानों की मांग को पूरा नहीं करेगी, तो देश भर में किसान एकजुट होकर संघर्ष करेंगे. अगले साल होनेवाले लोकसभा चुनाव में इसका खामियाजा भुगतना होगा. उन्होंने कहा कि क्रांतिकारी किसान यूनियन के बिहार में विस्तार से संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय किसान आंदोलन को और मजबूती प्रदान करेगा. उन्होंने 20 मार्च को दिल्ली घेरने के लिए बिहार के किसानों का आह्वान किया.
इससे पहले क्रांतिकारी किसान यूनियन के राज्य स्तरीय कन्वेंशन में किसानों की समस्याओं पर चर्चा हुई. खासकर किसानों को उनकी पैदावार का सही मूल्य नहीं मिलना, कर्ज से किसानों की खस्ताहाल, बिहार में मंडियों की स्थिति, कहीं बाढ़ व कहीं सूखाड़, समय पर बीज, खाद आदि नहीं मिलने, खेतिहर मजदूरों की समस्याओं को रखा गया. समस्याओं की मांगों को बुलंद करने के लिए संगठन का विस्तार किया गया. सांगठनिक विस्तार के लिए 25 सदस्यीय कमेटी गठित की गयी. कन्वेंशन के आरंभ में राज्य कार्यकारी समिति के बिंदेश्वरी सिंह ने बिहार में यूनियन के विस्तार को राज्य में किसान आंदोलन की मजबूती के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया. राष्ट्रीय किसान मोर्चा के अध्यक्ष वीवी सिंह ने यूनियन में अपने संगठन के विलय की घोषणा की.