STET पास शिक्षक अभ्यर्थियों पर खुंखार अधिकारी की तरह टूट पड़े ADM साहेब, देखें तस्वीरें…
पटना में आज (STET) शिक्षक अभ्यर्थी प्रदर्शन कर रहे थे. ये शिक्षक अभ्यर्थी सातवें चरण की नियुक्ति की मांग करते हुए डाक बंगला चौराहे पर जुटे थे. इस दौरान हंगामे के बाद पुलिस ने इनपर लाठीचार्ज किया. यहां एक प्रदर्शनकारी पर एक वरीय अधिकारी ने भी खुंखार की तरह जमकर लाठियां बरसाईं.
पटना में CTET-STET पास अभ्यार्थियों के प्रदर्शन के दौरान एडीएम की बेरहमी की तस्वीरें सामने आई हैं. राजधानी में प्रदर्शन कर रहे शिक्षक अभ्यर्थियों पर पुलिस ने बेरहमी से लाठीचार्ज किया है. प्रदर्शन के दौरान एक छात्र की एक एडीएम ने बेरहमी से पिटाई की और ये सब तब होता रहा जब लड़के के हाथ में तिरंगा था. इन तस्वीरों को देखिए और आंदाजा लगाइए की जब शिक्षक अभ्यार्थी युवक नौकरी मांगने पटना आए तो उन पर खूंखार अधिकारी छोड़ दिए गए, जिन्होने युवकों को जानवरों की तरह पीटा.
हाथों में गोल्फ स्टिक की तरह डंडे को पकड़े ये अधिकारी किसी गोल्फ मैदान में नहीं है. बल्कि हाथो में तिरंगा झंडा लिए बेबस शिक्षक अभ्यार्थी की है. जो नौकरी की मांग करते हुए पटना के डाक बंगला चौराहे पर शांति पूर्ण तरीके से प्रर्दशन कर रहा था.
अब जरा इन तस्वीरों पर गौर फरमाइए, ये पटना के एडीएम केके सिंह है. इन्होंने एक युवक को बहुत बर्बर तरीके से पीटा है. एडीएम की लाठी युवक के सिर में लगी, कान में लगी, उसके बाल खींचे गए. हद तो तब हो गई जब युवक ने तिरंगा निकाला तो अधिकारी ने उस पर भी लाठी मारी. जब तस्वीरें सबके सामने आई तो पटना जिला प्रशासन ने लाठी चार्ज मामले में DDC और सिटी SP (सेंट्रल ) की दो सदस्यीय जांच टीम बना दी है। इस टीम से 2 दिन के अंदर जांच रिपोर्ट देने को कहा गया है.
पटना में भारी संख्या में शिक्षक पास अभ्यार्थी नौकरी की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन नौकरी के बदले छात्रों पर पुलिस की बर्बरता की जो तस्वीरें आई हैं वे परेशान करने वाली हैं. प्रदर्शनकारी छात्रों में से एक ने हाथ तिरंगा ले रखा था, लेकिन ADM साहब ने ना छात्र को लगने वाली लाठी का ख्याल रखा और ना ही तिरंगे का. अफसर बाबू जानवरों की तरह छात्र को बस पीटते रहे. पीटने के बाद ADM साहेब तो यहां तक बोलते नजर आए कि और मारो…इसी लायक हैं..
बता दें कि बिहार में महागठबंधन की सरकार बनाने के बाद डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने अपने किये चुनावी वादे को लेकर कहा था कि हम बिहार के दस लाख युवाओं को नौकरी देंगे. इसके बाद 15 अगस्त के दिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार से वादा किया था कि वे 20 लाख नौकरी देंगे. लेकिन जब युवक नौकरी मांगने पटना आए तो उन पर खूंखार अधिकारी छोड़ दिए गए.