बिहार: 2019 में छूटे हुए विषयों के लिए होगा STET, विशेष शिक्षकों के लिए भी TET पर विचार

अपर मुख्य सचिव ने कहा कि जिन विषयों की एसटीइटी परीक्षा 2019 में नहीं करायी गयी है, उन विषयों की पात्रता परीक्षा करायी जायेगी. मालूम हो कि अंग्रेजी को छोड़ कर किसी भी भाषा और कला विषय की एसटीइटी परीक्षा नहीं हुई थी.

By Prabhat Khabar News Desk | May 16, 2023 12:21 AM

बिहार में विद्यालय अध्यापकों की नियुक्ति के लिए बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा परीक्षा की तिथि जारी किए जाने के तुरंत बाद शिक्षा विभाग एसटीइटी करायेगा. राज्य में 2019 के बाद एसटीइटी नहीं होने की वजह से बड़ी संख्या में युवा इसका इंतजार कर रहे हैं. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने बताया कि एसटीइटी कराने के बाद वैकेंसी जारी कर शिक्षकों के नियोजन की अगली प्रकिया शुरू कर दी जायेगी. विद्यालय अध्यापकों की जितनी भी रिक्तियां इस नियोजन के दौरान रह जायेंगी, उसे अगले नियोजन चक्र में शामिल किया जायेगा.

2019 में छूटे हुए विषयों के लिए होगा STET

अपर मुख्य सचिव ने कहा कि जिन विषयों की एसटीइटी परीक्षा 2019 में नहीं करायी गयी है, उन विषयों की पात्रता परीक्षा करायी जायेगी. मालूम हो कि अंग्रेजी को छोड़ कर किसी भी भाषा और कला विषय की एसटीइटी परीक्षा नहीं हुई थी. उम्मीद की जा रही है कि इतिहास, भूगोल, राजनीति शास्त्र, भूगोल, गृह विज्ञान, मनोविज्ञान, दर्शन शास्त्र और भाषा विषयों आदि में एसटीइटी करायी जायेगी.

कक्ष 6 से 8 तक की रिक्तियों को प्रोमोशन से भरा जाएगा

अपर मुख्य सचिव ने बताया कि विशेष शिक्षकों की नियुक्तियों के लिए भी टीइटी कराने पर भी विचार चल रहा है. इसकी प्रक्रिया तय होना अभी बाकी है. कक्षा छह से आठ में रिक्तियां नहीं हैं. इसलिए उसकी अधियाचना बीपीएससी को नहीं भेजी गयी है. मालूम हो कि कक्षा छह से आठ की रिक्तियों को प्रमोशन के जरिये भरा जाना है.

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माध्यमिक स्कूलों में 50 फीसदी से अधिक रिक्तियां भाषा विषयों की

माध्यमिक स्कूलों में कुल 33186 में से 50 फीसदी से अधिक करीब 16641 रिक्तियां भाषा विषयों से जुड़ी हैं. वहीं उच्चतर माध्यमिक की कुल 57618 रिक्तियों में 18.51 फीसदी 10669 पद भाषाओं से जुड़े हैं. इसमें बिहार की क्षेत्रीय भाषाओं मगही, मैथिली, भोजपुरी और बंगाली के शिक्षकों की संख्या 111 है.

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