बिहार के औरंगाबाद में मूर्ति विसर्जन के दौरान पथराव, ओबरा थानेदार समेत कई जख्मी, पुलिस कर रही कैंप..

बिहार के औरंगाबाद में भी दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान माहौल बिगड़ा है. दो पक्षों के बीच हुए विवाद में पथराव शुरू कर दिया गया. हस्तक्षेप करने और मामला शांत कराने गयी पुलिस को भी निशाना बनाया गया. पथराव में थानेदार समेत कई जख्मी हुए हैं.

By ThakurShaktilochan Sandilya | October 26, 2023 2:15 PM

बिहार में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान बेगूसराय के बाद औरंगाबाद में भी माहौल बिगड़ा है. यहां मूर्ति विसर्जन के दौरान दो पक्ष आपस में उलझ गए. जिले के ओबरा थाना क्षेत्र के कारा महादलित टोला में बुधवार की रात को प्रतिमा विसर्जन के दौरान दो पक्षों के बीच विवाद हो गया. इसी दौरान एक पक्ष के द्वारा पत्थरबाजी शुरू कर दी गयी. मामले को शांत कराने गयी पुलिस को भी इस हमले का शिकार बनना पड़ा. पुलिस पर भी पथराव शुरू कर दिया गया. इस हमले में ओबरा थानाध्यक्ष समेत कई पुलिसकर्मी व अन्य लोग जख्मी हुए हैं. वहीं गुरुवार को कारा बाजार को बंद रखा गया. जबकि प्रशासनिक पदाधिकारी लगातार कैंप कर रहे हैं. बड़ी संख्या में पुलिसबलों की तैनाती की गयी है ताकि स्थिति नियंत्रण में रहे. दोनों पक्षों के लोगों को बुलाकर प्रशासन की टीम बैठक कर रही है.


औरंगाबाद में क्यों हुआ विवाद?

जानकारी के अनुसार, बुधवार को दुर्गा मूर्ति विसर्जन करने के दौरान ओबरा के कारा महादलित टोला में दो गुटों में विवाद छिड़ गया. विवाद गहरा गया और पत्थरबाजी शुरू हो गयी. मामले को शांत कराने में जुटी पुलिस पर भी पथराव एक पक्ष की ओर से शुरू कर दिया गया. इस हमले में कई लोग जख्मी बताए जा रहे हैं. घायलों में ओबरा थाना के थानेदार सुशील कुमार शर्मा व पीएसआइ लक्षमण पांडे भी शामिल हैं. दोनों को पथराव में चोट लगी है. वहीं इस घटना की जानकारी मिलते ही जिले के डीएम व एसपी भी रात में ही मौके पर पहुंचे. स्थिति पर काबू पाया गया.

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प्रशासन की टीम कर रही कैंप

वहीं गुरुवार की सुबह भी औरंगाबाद में प्रशासन इस घटना को लेकर हाई अलर्ट पर रहा. कारा बाजार में गुरुवार को सन्नाटा पसरा दिखा. दुकानें बंद रखी गयी. वहीं प्रशासन की टीम लगातार कैंप कर रही है. दोनों पक्षों के साथ बैठक किया जा रहा है ताकि मामला आगे नहीं बढ़े. भारी तादाद में सुरक्षाबलों की तैनाती कर दी गयी है. गुरुवार को दाउदनगर एसडीपीओ कुमार ऋषि राज व एसडीओ दलबल के साथ कैंप करते रहे. फिलहाल स्थिति सामान्य है और नियंत्रण में है. बता दें कि प्रशासनिक तैयारी में भी काफी खामी देखने को मिली थी. पहले बताया गया था कि ड्रोन कैमरे के जरिए निगरानी रखी जाएगी लेकिन ऐसी कोई व्यवस्था बाद में नहीं देखने को मिली. बताते चलें कि मूर्ति विसर्जन को लेकर बेगूसराय में भी बुधवार को दो पक्षों में विवाद हो चुका है.


चाकूबाजी में युवक घायल, मुखिया पर लगा आरोप

गौरतलब है कि मंगलवार की रात मूर्ति विसर्जन के दौरान औरंगाबाद जिले के शंकरपुर गांव के समीप चाकूबाजी में एक युवक गंभीर रूप से जख्मी हो गया. युवक की पहचान बिलासपुर गांव निवासी रौशन कुमार के रूप में हुई है. जख्मी के अनुसार वह मजदूरों का पेमेंट करने के लिए नवीनगर तरफ जा रहा था, तभी मुखिया द्वारा चाकू और तलवार से हमला कर दिया गया. चाकूबाजी का आरोप चंद्रगढ़ पंचायत के मुखिया आमोद चंद्रवंशी पर लगा है. घटना के बाद युवक को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों द्वारा उपचार किया गया. इस संबंध में मुखिया अमोद चंद्रवंशी ने बताया कि उनके ऊपर चाकूबाजी का लगाया गया आरोप बेबुनियाद व निराधार है. शंकरपुर गांव में दुर्गा मां की मूर्ति का विसर्जन किया जा रहा था. इस दौरान कुछ लोगों द्वारा मूर्ति विसर्जन की जुलूस में बाधा उत्पन्न किया जा रहा था. किसी तरह युवक अनियंत्रित होकर पानी भरे पइन में गिर गया और जख्मी हो गया. जिस समय यह घटना हुई थी उस समय कई अन्य साथियों के साथ जुलूस से काफी आगे थे और युवक जुलूस के पीछे था. राजनीतिक षड्यंत्र के तहत यह आरोप लगाया जा रहा है. थानाध्यक्ष मनोज कुमार पांडेय ने बताया कि मारपीट में जख्मी युवक द्वारा आवेदन प्राप्त हुआ है. मामले में युवक के फर्द बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. मुखिया आमोद चंद्रवंशी आदि लोगों को आरोपित बनाया गया है. फिलहाल आगे की कार्रवाई की जा रही है.

दुर्गा पूजा ड्यूटी पर तैनात मजिस्ट्रेट की मौत

बता दें कि दुर्गा पूजा में विधि व्यवस्था को बनाये रखने के लिए मजिस्ट्रेट के रूप में प्रतिनियुक्ति कृषि सलाहकार की मौत हर्ट अटैक से हो गयी. मृतक 50 वर्षीय कृषि सलाहकार कुमार सच्चिदानंद ओबरा थाना क्षेत्र के नारायणपुर के रहने वाले थे. उक्त कृषि सलाहकार को ओबरा थाना क्षेत्र के बारा गांव में दुर्गा पूजा को लेकर विधि व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए 21 से 25 अक्टूबर तक मजिस्ट्रेट के रूप में प्रतिनियुक्ति किया गया था. ड्यूटी के दौरान ही 25 अक्टूबर की सुबह करीब छह बजे प्रतिनियुक्ति कृषि सलाहकार कुमार सच्चिदानंद को अचानक सीने में तेज दर्द हुआ. इसकी सूचना स्थानीय लोगों के द्वारा परिजनों को दी गयी. सूचना पर कृषि सलाहकार का पुत्र कुमार सौरभ आनन-फानन में ड्यूटी स्थल पर पहुंच कर अपने पिता को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ओबरा ले जाने लगा इसी दौरान रास्ते में ही उनकी मौत हो गयी.

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