गोपालगंज. बिहार के कई शहरों में कुत्ते के आदमखोर बनने की खबर आती रही है. इसके बावजूद प्रशासन इस ओर कोई कदम नहीं उठा रहा है. ताजा मामला गोपालगंज का है. गोपालगंज के हथुआ थाना क्षेत्र के बड़का मछागर गांव में आवारा कुत्ते के काटने से मंगलवार की शाम एक 11 साल के किशोर की मौत हो गयी. किशोर का नाम शाहिद अली है. वो नसीरुल्लाह मियां का पुत्र था. आवारा कुत्ते के काटने के बाद बच्चे के शरीर में रैबीज फैल गया और उसकी मौत हो गयी.
बताया जाता है कि शाहिद अली रात में गांव के ही एक शादी समारोह में भोज खाने के लिए गया था. रास्ते में आवारा कुत्ते ने काटकर उसे लहुलूहान कर दिया. कुत्ते के काटने, नोंचने के बाद घायल अवस्था में परिजन उसे इलाज के लिए पहले हथुआ अस्पताल में लेकर गये. वहां से डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया. सदर अस्पताल में इलाज के दौरान किशोर की मौत हो गयी. किशोर की मौत के बाद सदर अस्पताल परिसर में उसकी मां दहाड़ मारकर रोने लगी.
इमरजेंसी वार्ड के चिकित्सक डॉ. नीरज चतुर्वेदी ने बताया कि किशोर की हालत बेहद गंभीर होने पर अस्पताल लाया गया था. यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. उन्होंने कहा कि किशोर को कई तरह की बीमारी थी, इसलिए मौत का कारण रैबीज है या नहीं यह पोस्टमार्टम के बिना कहा नहीं जा सकता है. सिविल सर्जन डॉ बीरेंद्र प्रसाद ने बताया कि कुत्ते के काटने के बाद दिए जाने वाला इंजेक्शन पर्याप्त मात्रा में है. सदर अस्पताल समेत अनुमंडल अस्पताल, सीएचसी, रेफरल, पीएचसी समेत सभी अस्पतालों में इंजेक्शन उपलब्ध है.