पिछले कई साल से पटना मार्केट कॉर्नर पर चाट और पाव भाजी की दुकान लगती है. किसी जमाने में चाट व पाव भाजी के जायके का लुत्फ उठाने के लिए दूर-दूर से लोग यहां पहुंचते थे. अब भी यह दुकान बरकरार है, लेकिन पहले जैसी भीड़ अब यहां नहीं दिखती है. पर पटना मार्केट में खरीदारी करने आने वाले लोग एक बार यहां जरूर रुक कर चाट व पाव भाजी का आनंद लेते है.
फ्रेजर रोड स्थित रेडियो स्टेशन के कॉर्नर पर पिछले कई वर्षों से समोसे की फेमस दुकान है. यहां के पनीर समोसे व उसके मसाले के स्वाद ने लोगों के दिलों में खास जगह बना ली है. इधर से गुजरते हुये गरमा-गरम समोसे की खुशबू लोगों को अपनी ओर खींच ही लेती है.
एस पी वर्मा वैसे के अंतिम छोर पर लगने वाली कचौड़ी की दुकान के पास लोगों की भीड़ रहती है. कचौरी की बेहतरीन स्वाद के साथ यहां चने की घुघनी मिलना लोगों को खासा पसंद आता है.
पटना सिटी के अशोक राजपथ स्थित सब्जी बाजार में नंदू जी का फेमस कचरी और कचौड़ी का दुकान है, जो वर्षों पुराना है. यहां खाने वाले शौकीनों का सुबह आठ से रात आठ बजे तक जमावड़ा लगा रहता है. युवा, बच्चे, महिलाएं, बुजुर्ग सभी इस दुकान की कचरी व कचौड़ी के दीवाने हैं.
जहां पहले मौर्या लोक कैंपस के अंदर ही आपको कई तरह के फूड कॉर्नर देखने को मिल जाते थे, लेकिन अब वे सभी कॉम्प्लेक्स के बाहर लंबी कतारों में स्टॉल्स लगते हैं. यहां पर सालों पुराने दुकानदार से लेकर इसी महीने शुरु करने वाले फूड कार्ट मौजूद हैं. यहां आपको चाइनीज, चाट, आइसक्रीम, मोमो, फालूदा, गोलगप्पे, चाट, रोल, सैंडविच, लिट्टी चोखा आदि के कॉर्नर देखने को मिल जायेगा. यहां पर शाम चार बजे से देर रात तक लोगों का आना-जाना लगा रहता है.
पिछले साल शुरू हुए ‘मरिन ड्राइव’ के पास शाम चार बजे से देर रात तक कई फूड कार्ट लगी रहती हैं, जिसके ज्यादातर संचालक युवा हैं. यहां हर किसी के लिए कुछ न कुछ चीजें मौजूद हैं. बिहार के हर जायके का स्वाद यहां चखने को मिल जायेगा. यही वजह है कि मरीन ड्राइव पर फैमिली के साथ-साथ युवा अपने दोस्तों के साथ लजीज व्यंजनों का स्वाद चखने आते हैं. यहां दोनों साइड करीब सैकड़ों ऐसी दुकान है, जहां खान पान की चीजें मिलती है. यहां आम दिनों में भीड़ तो होती ही है, वीकेंड पर नजारा बिल्कुल इतर होता है.