पटना. राज्य में बुधवार से हड़ताल पर जानेवाले संविदा स्वास्थ्य कर्मियों पर प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया गया है. राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने राज्य के सभी डीएम, एसपी और सिविल सर्जनों को निर्देश दिया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत कार्यरत संविदा स्वास्थ्य कर्मियों के कोरोना महामारी की अवधि में कार्य बहिष्कार के कारण संबंधित कर्मियों पर प्राथमिकी दर्ज की जाये. साथ ही उनको संविदा से भी मुक्त किया जाये.
कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने जिलों को भेजे गये निर्देश में कहा है कि एनआरएचएम के तहत काम करनेवाले संविदा कर्मियों के बुधवार से होम आइसोलेशन में जाने की सूचना मिली है. वर्तमान में कोरोना संक्रमण से उत्पन्न विपरीत स्थिति में स्वास्थ्य कर्मियों के अनाधिकृत रूप से होम आइसोलेशन में जाने से आम लोगों की कोरोना जांच, कोरोना संक्रमित व्यक्तियों का इलाज, प्रबंधन और टीकाकरण जिलों में प्रभावित हो रहा है.
कार्य बहिष्कार करनेवाले संविदा कर्मियों द्वारा अन्य कर्मियों को कार्य करने से रोककर स्वास्थ्य सेवाओं में बाधा उत्पन्न की जा रही है. ऐसी स्थिति में एनआरएचएम के तहत संविदा पर काम करनेवाले जिन कर्मियों द्वारा कार्यों का बहिष्कार किया जा रहा है और दूसरे कर्मियों को कार्य करने से रोका जा रहा है या कार्य बहिष्कार के लिए प्रेरित किया जा रहा है, जिला स्वास्थ्य समिति, प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधन इकाई के सुगम संचालन में बाधा पहुंचायी जा रही है, वैसे कर्मियों को चिह्नित कर उनके खिलाफ महामारी अधिनियम कोविड-19 के तहत निहित प्रावधानों और भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत स्थानीय थाना में प्राथमिकी दर्ज की जाये.
साथ ही सरकार के आदेशों का उल्लंघन करने के आरोप में उनको संविदामुक्त करने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाये. इसके अलावा जिलों में कार्य बहिष्कार करनेवाले संविदा कर्मियों की सूची और उनके विरूद्ध की गयी अनुशासनात्मक कार्रवाई से संबंधित प्रतिवेदन जल्द डाक से भेजा जाये.
Posted by Ashish Jha