नीतीश कुमार की सुरक्षा में चूक के बाद अब बढ़ेगी सख्ती, जानिए कौन है सीएम के काफिले में घुसने वाला हिमांशु
एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि हिमांशु एक बार गया जीआरपी ने शराब बेचने के मामले में उसे गिरफ्तार किया था. सात सर्कुलर रोड में हुई घटना के बाद हिमांशु और सूरज और एक तीसरे युवक के घर पर मसाैढ़ी में छापेमारी हुई है.
पटना. एक बाइक पर सवार तीन बदमाशों ने बोरिंग रोड में महिला से चेन छिनतई की घटना को अंजाम दिया था. इनमें से एक पहले ही उतर गया था. एसएसपी ने बताया कि वही मुख्य अपराधी है. उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. वह भी मसौढ़ी का ही रहने वाला है. चेन छिनतई कर मुख्यमंत्री के काफिले में घुसने वाला हिमांशु पहले भी जेल जा चुका है. हिमांशु के पिता का निधन हाे चुका है. बड़ा भाई मानसिक रूस से बीमार है. इसलिए उसने शराब का धंधा शुरू किया था.
बाइकर्स के खिलाफ सख्ती करेगी पुलिस
एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि हिमांशु एक बार गया जीआरपी ने शराब बेचने के मामले में उसे गिरफ्तार किया था. सात सर्कुलर रोड में हुई घटना के बाद हिमांशु और सूरज और एक तीसरे युवक के घर पर मसाैढ़ी में छापेमारी हुई है. जाे पल्सर 220 बाइक जब्त की गयी है वह हिमांशु के नाम से है. वह इस बाइक थर्ड ऑनर है. उसने अपने नाम से इस बाइक का रजिस्ट्रेशन पटना डीटीओ से 21 जनवरी 2018 काे कराया था. हिमांशु ने 30 लाख में मसाैढ़ी स्थित अपने एक मकान बेचकर चचेरे भाई के नाम से ऑटो खरीदा था. इसी पैसे से उसने बाद में पल्सर 220 बाइक भी खरीदी. बहरहाल, पटना पुलिस ने रफ ड्राइव करने वाले बाइकर्स के खिलाफ सख्ती करने का फैसला लिया है. पटना के कई इलाकों में इनके खिलाफ अभियान चलाया जायेगा.
पुलिस को गुमराह करने के लिए बताया कि मैं नौबतपुर से आ रहा हूं
एसएसपी ने बताया कि दोनों से जब पूछताछ की गयी, तो उन्होंने पुलिस को गुमराह करने के लिए पहले बताया कि वे नौबतपुर से आ रहे हैं. इसके बाद तकनीकी अनुसंधान और सीसीटीवी की छानबीन में पता चला कि पिछले दो दिनों से दोनों बाइक सवार पटना के बोरिंग रोड में ही थे. सख्ती से पूछताछ के बाद दोनों ने बताया कि वे चेन स्नैचिंग कर भाग रहे थे, इसी दौरान पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो यह घटना हो गयी.
तीन लेयर में होती है सीएम की सुरक्षा
मिली जानकारी के अनुसार सीएम की सुरक्षा तीन लेयर में होती है. मुख्यमंत्री काे रिंग राउंड सिक्योरिटी में रखा जाता है. पहले लेयर में बिना वर्दी के सशस्त्र पुलिस अफसर होते हैं. में 8-10 तक कॉन्स्टेबल से लेकर डीएसपी तक होते हैं. वहीं दूसरे लेयर में सशस्त्र जवान तैनात होते हैं. इस लेयर में बिहार के आर्म्ड फोर्स और जिला पुलिस के जवान हाेते हैं. वहीं तीसरे लेयर में जिला पुलिस के जवान रहते हैं. जिला पुलिस रिंग राउंड के अंदर नहीं जाती है. रिंग राउंड में प्रवेश करने वालों की पहले जांच होती है. इसके लिए सुरक्षा अधिकारी से अनुमति लेनी होती है. मुख्यमंत्री की सुरक्षा में रिंग राउंड के बाद सुरक्षा का जिम्मा संबंधित जिले की पुलिस का होता है. जिला पुलिस के अलावा कारकेड में पायलट के साथ जवान हाेते हैं.
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बाइकर्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश : एसएसपी
एसएसपी राजीव मिश्रा ने कहा कि चेन स्नैचरों के खिलाफ पहले से कार्रवाई होती आ रही है. सभी थानाध्यक्षों को सख्त कार्रवाई का दिशा-निर्देश जारी है. ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को भी कहा गया है कि किसी भी हालत में बाइकर्स के खिलाफ कार्रवाई रुकनी नहीं चाहिए. उन्होंने बताया कि ब्लैक स्पॉट को चिह्नित किया गया है, जिसमें गंगा पाथवे, अटल पथ, बेली रोड, चिड़ैयाटांड़, गांधी मैदान समेत अन्य इलाकों में बाइकर्स के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जायेगी.