बिहार में पराली जलानेवाले किसान सरकारी योजनाओं से रहेंगे वंचित
फसल लगाने के वक्त पर खेतिहरों को बीज उपलब्ध नहीं करानेवाले कर्मी नपेंगे.
कुटुंबा .फसल कटाई के बाद खेतों में पराली जलानेवाले किसान सरकार की सभी योजनाओं के लाभ से वंचित होंगे. यह निर्देश डीएओ अश्विनी कुमार ने दिया .वे ई-किसान भवन अंबा में कृषि समन्वयक व सलाहकारों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि इसके लिए क्षेत्र भ्रमण कर व्यापक प्रचार प्रसार करें. साथ ही किसानों को जागरूक करने का प्रयास जारी रखें. उन्होंने कहा कि कभी-कभी जानकारी के अभाव में भी किसान भूल से हार्वेस्टिंग के पश्चात फसल के अवशेषो में आग लगा देते हैं.
इसके लिए कर्मी संबधित पंचायत में जाकर फसल कटनी का मुआयना कर शीघ्र ही रबी बुआई कराने का प्रयास करें. किस पंचायत में कितने प्रतिशत धनकटनी हुई है, हरहाल में उसकी रिपोर्ट तैयार करें.
इस दौरान डीएओ ने बारी-बारी से सभी पंचायतों की समीक्षा कर बीज उठाव की जानकारी ली. साथ ही साथ गायब रहनेवाले लापरवाह कर्मियों को फटकार लगायी .
उन्होंने बताया कि सरकार विभिन्न योजनाओं के तहत गेहूं, चना,मसूर व सरसों आदि रबी का बीज उपलब्ध करा रही है. उसे बुआई के पहले किसानों तक पहुंचाने का प्रयास करें. फसल लगाने के वक्त पर खेतिहरों को बीज उपलब्ध नहीं करानेवाले कर्मी नपेंगे.
उनके खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत कार्रवाई की जायेगी. डीएओ ने विभिन्न योजनाओं की समीक्षा करते हुए योग्य किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ दिलाने को कहा.
बीएओ अरुण कुमार सिंह ने भी कई तरह का आवश्यक सुझाव दिया. इस मौके पर सभी को-ऑर्डिनेटर व सलाहकार मौजूद थे. विदित हो कि 10 दिसंबर को मगध कमिश्नर का आगमन है. इसे लेकर सभी विभाग के अधिकारी सख्त हैं.
Posted by Ashish Jha