पटना में कोरोना की चौथी लहर में संक्रमित होनेवालों में ज्यादातर छात्र, बिजनेसमैन व नौकरी करनेवाले
पटना जिले में कोरोना की चौथी लहर में संक्रमण का सबसे अधिक असर युवाओं पर हुआ है. सबसे अधिक 36 प्रतिशत संक्रमण 20 से 30 आयुवर्ग के युवाओं में हुआ है. ये सभी युवक कॉलेज, नौकरी, बिजनेस आदि कामकाजी ग्रुप के हैं.
आनंद तिवारी, पटना. पटना जिले में कोरोना की चौथी लहर में संक्रमण का सबसे अधिक असर युवाओं पर हुआ है. सबसे अधिक 36 प्रतिशत संक्रमण 20 से 30 आयुवर्ग के युवाओं में हुआ है. ये सभी युवक कॉलेज, नौकरी, बिजनेस आदि कामकाजी ग्रुप के हैं. बीते 50 दिन के आंकड़ों में 1801 ऐसे किशोर व युवक हैं जिनकी उम्र 15 से 30 साल के बीच की है.
बच्चे ही संक्रमण की चपेट में आये हैं
इसके बाद 30 से 45 आयु वर्ग के 26 प्रतिशत लोग अब तक संक्रमित पाये गये हैं. इसके अलावा 45 से 60 साल तक के लोगों में संक्रमण दर लगभग 25 प्रतिशत रही. वहीं इस बार पटना जिले में 60 साल से अधिक उम्र के सिर्फ 9 प्रतिशत बुजुर्ग ही संक्रमण की चपेट में आये हैं. जबकि जीरो से 15 साल तक के 5 प्रतिशत तक बच्चे ही संक्रमण की चपेट में आये हैं.
युवा दिखे अधिक लापरवाह
पटना एम्स कोविड वार्ड के नोडल पदाधिकारी डॉ संजीव कुमार का कहना है कि सतर्कता बरतने की जरूरत है. इस बार सबसे अधिक युवा इसलिए चपेट में आये हैं, क्योंकि वे सबसे अधिक बाजारों में रहते हैं. वहीं इस बार किसी तरह की कोई सावधानी का भी ख्याल नहीं रखा गया.
पटना में 58 नये संक्रमित मिले
राज्य में कोरोना के 118 नये संक्रमित पाये गये. पटना जिले में 58, अररिया में सात, भागलपुर में सात, पूर्णिया में छह, मुजफ्फरपुर में पांच, औरंगाबाद में एक, बांका में तीन, पूर्वी चंपारण में एक, गया में चार, जमुई में तीन, कैमूर में एक, खगड़िया में एक, किशनगंज में एक, मधेपुरा में एक, मधुबनी में दो, मुंगेर में तीन, रोहतास में दो, सहरसा में एक, समस्तीपुर में एक, सारण में दो संक्रमित मिले है.
पटना जिले में बीते
50 दिनों का आंकड़ा आयु वर्ग संक्रमित
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0 से 15 वर्ष 251
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15 से 30 वर्ष 1801
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32 से 45 वर्ष 1297
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45 से 60 वर्ष 1250
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60 से अधिक 404