पटना यूनिवर्सिटी : भाषा पढ़ने में छात्रों की रुचि नहीं, मैथिली में तीन तो पर्शियन में एक भी विद्यार्थी नहीं
पर्शियन विभाग में सत्र 2022-23 में पांच विद्यार्थियों ने दाखिला लिया था, मगर शिक्षक नहीं होने की वजह से इन विद्यार्थियों ने अन्य विभाग में एडमिशन ले लिया. पर्शियन विभाग में हाल ही में एक शिक्षक को नियुक्त किया गया है.
पटना यूनिवर्सिटी में लैंग्वेज सब्जेक्ट से ग्रेजुएशन करने में विद्यार्थी रुचि नहीं ले रहे हैं. लैग्वेज विषय में शिक्षक व गेस्ट फैकल्टी होने के बावजूद विद्यार्थी भाषा की पढ़ाई में रुचि नहीं ले रहे हैं. विश्वविद्यालय के विभिन्न कॉलेजों में चलने वाले भाषा के कोर्स में विद्यार्थियों की काफी कम संख्या है. बीएन कॉलेज के मैथिली विभाग में मात्र तीन छात्र ही हैं. वहीं यहां चलने वाला पर्शियन विभाग पिछले 14 साल से शिक्षक की कमी की वजह से बंद है. इसके अलावा पटना कॉलेज में अरबी विभाग में केवल आठ ही विद्यार्थी हैं. इसके अलावा यहां पर्शियन विभाग में एक भी विद्यार्थी नहीं है.
पर्शियन विभाग में सत्र 2022-23 में पांच विद्यार्थियों ने दाखिला लिया था, मगर शिक्षक नहीं होने की वजह से इन विद्यार्थियों ने अन्य विभाग में एडमिशन ले लिया. पर्शियन विभाग में हाल ही में एक शिक्षक को नियुक्त किया गया है. कमोबेश यही हाल विश्वविद्यालय के पीजी विभाग में भी भाषा विषय पढ़ने वाले विद्यार्थियों का भी है. अरबी विभाग में 17, संस्कृत में 34, पर्शियन में 2 और बांग्ला में 10 विद्यार्थी मास्टर्स की पढ़ाई कर रहे हैं.
इन कॉलेज में इतने हैं विद्यार्थी
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बीएन कॉलेज
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विभाग- सीट- विद्यार्थी- शिक्षक
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मैथिली- 13- 3- 1
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उर्दू- 15 – 18- 2
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पर्शियन – शिक्षक की कमी की वजह से 14 साल से विभाग बंद है
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संस्कृत- 25- 38- 2
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पटना कॉलेज
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विभाग- सीट- विद्यार्थी- शिक्षक
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अरबी- 13- 8- 1
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उर्दू- 16- 1
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संस्कृत- 15- 45- 2
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मैथिली- 13- 12- 1
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पर्शियन- 10- 0- 1
पीजी में इन विषयों में इतने छात्र व शिक्षक
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विभाग- सीट- विद्यार्थी- शिक्षक
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अरबी- 30-17- 2
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संस्कृत- 40- 34- 2
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पर्शियन- 18- 2- 4
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मैथिली- 30- 21- 1
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बांग्ला- 10- 1 (गेस्ट फैकल्टी)
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नोट : सीट की संख्या सिर्फ एक इयर की है, जबकि विद्यार्थियाें की संख्या सभी इयर मिला कर है.
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पटना वीमेंस कॉलेज : उर्दू में फर्स्ट इयर में एक ने भी नहीं लिया ऑनर्स
पटना विश्वविद्यालय के दो महिला कॉलेजों में भाषा विषयों की पढ़ाई होती है. इनमें पटना वीमेंस कॉलेज में हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत और उर्दू की पढ़ाई होती है. हिंदी और अंग्रेजी में सारी सीटें भर चुकी हैं. वहीं, संस्कृत में फर्स्ट इयर में रेगुलर कोर्स में तीन और जेनेरिक इलेक्टिव में दो छात्राएं शामिल हैं. उर्दू में 2019 में कोई छात्रा नहीं थी. टीचर के आने बाद अभी तीनों इयर में मिलाकर कुल आठ छात्राएं हैं. फर्स्ट इयर में इस बार एक भी छात्रा ने ऑनर्स नहीं लिया है. जेनेरिक इलेक्टिव में एक छात्रा है.
मगध महिला कॉलेज : पर्शियन में फर्स्ट इयर में कोई भी छात्रा नहीं
मगध महिला कॉलेज में हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू, संस्कृत, पर्शियन और मैथिली की पढ़ाई होती है. हिंदी और अंग्रेजी में अधिकतर सीटें भरी हैं. वहीं, पर्शियन में फर्स्ट इयर में कोई भी छात्रा नहीं है. सेकेंड इयर में 1 और सब्सिडियरी में 10 छात्राएं हैं. मैथिली की सारी सीटें भरी हुई हैं. फर्स्ट इयर में संस्कृत में छह और उर्दू में 13 छात्राएं पढ़ रही हैं. सभी विभागों में एक लेक्चरर के अलावा गेस्ट फैकल्टी हैं.