अब 12वीं बोर्ड में 75 प्रतिशत प्राप्तांकों के साथ-साथ टॉप-20 पर्सेंटाइल में शामिल स्टूडेंट्स को भी एनआइटी-ट्रिपलआइटी में प्रवेश दिया जा सकेगा. इसका मंगलवार देर रात को स्पष्टीकरण नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा जारी कर दिया गया. इसके लिए देशभर के स्टूडेंट्स द्वारा मांग की जा रही थी, हालांकि अभी तक देश के कई बोर्ड्स ने पिछले दो वर्षों से टॉप-20 पर्सेंटाइल जारी नहीं की है. देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेइइ मेन के माध्यम से एनआइटी-ट्रिपलआइटी एवं सीएफटीआइ में प्रवेश की बोर्ड पात्रता के स्पष्टीकरण के बाद लाखों स्टूडेंट्स ने राहत की सांस ली है.
इस सूचना के जारी होने के बाद अब 12वीं बोर्ड में टॉप-20 पर्सेंटाइल में शामिल स्टूडेंट्स भी एनआइटी-ट्रिपलआइटी एवं सीएफटीआइ में एडमिशन ले सकेंगे. एलन कैरियर इंस्टीट्यूट के कैरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि देश में बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, नेशनल ओपन बोर्ड, गुजरात, मिजोरम, त्रिपुरा, नागालैंड, आसाम व छत्तीसगढ़ शामिल हैं. इन बोर्ड की टॉप-20 पर्सेंटाइल 65 से 74 प्रतिशत के मध्य रहती थी. ऐसे में इन बोर्ड्स के स्टूडेंट्स को लाभ मिलेगा. एनटीए द्वारा जारी किये गये स्पष्टीकरण के बाद अब देश के सभी राज्य के बोर्ड्स को जल्द-से-जल्द टॉप-20 पर्सेंटाइल जारी करनी चाहिए. यह पर्सेंटाइल पिछले दो वर्षों की होगी, क्योंकि गत दो वर्षों से इस मापदंड से स्टूडेंट्स को छूट दी गयी थी. ऐसे में राज्य बोर्ड्स ने टॉप-20 पर्सेंटाइल जारी नहीं की थी.
कई संस्थानों में एडमिशन के लिए बोर्ड में 75 प्रतिशत अंक या रिजल्ट के 20 पर्सेंटाइल जरूरी नहीं
जेइइ मेन परीक्षा में शामिल होने के लिए 12वीं उत्तीर्ण होना ही पात्रता है. अब ऐसे स्टूडेंट्स जिनका 12वीं बोर्ड में 75 प्रतिशत एवं कैटेगरी में 65 प्रतिशत नहीं है, क्योंकि देश के कई बड़े तकनीकी शिक्षण संस्थान जो कि एनआइटी व ट्रिपलआइटी के समकक्ष हैं, इनमें प्रवेश के लिए 75 प्रतिशत प्राप्तांकों की बाध्यता नहीं है. स्टूडेंट्स जेइइ मेन की रैंक एवं एनटीए स्कोर के आधार पर इन कॉलेजों के लिए अलग से आवेदन कर एडमिशन ले सकते हैं. इन संस्थानों में ट्रिपलआइटी हैदराबाद, दिल्ली, बेंगलुरु, डिटीयू एनएसआइटी दिल्ली, एलएनएमआइआइटी जयपुर, निरमा अहमदाबाद, जेपी नोएडा, थापर पटियाला, जामिया दिल्ली, एआइटी पुणे, आइआइएससी बेंगलुरू शामिल हैं.इसके अतिरिक्त 9 राज्य ऐसे हैं, जिनके इंजीनियरिंग संस्थानों में जेइइ मेन की रैंक के आधार पर ही एडमिशन मिलता है, जिनमें 75 प्रतिशत की बोर्ड पात्रता नहीं है. इनमें बिहार, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और ओडिशा शामिल हैं.
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