भोजपुर में प्रिंसिपल के निलंबन से नाराज छात्रों ने स्कूल में जड़ा ताला, हंगामे के कारण नहीं हो सकी परीक्षा
प्रिंसिपल प्रीति कुमारी के निलंबन की सूचना विद्यालय के छात्र व छात्राएं व उनके अभिभावकों को मिली, तो वे काफी उग्र हो गये और स्कूल के मुख्य द्वार पर ताला जड़ कर विरोध प्रदर्शन करने लगे. छात्र व छात्राओं का आरोप है कि साजिश के तहत शिक्षिका का तबादला कर दिया गया है
भोजपुर जिला के जगदीशपुर प्रखंड की दावां पंचायत के राजकीय मध्य विद्यालय की प्रभारी प्रधानाध्यापिका प्रीति कुमारी के तबादले के बाद उनके निलंबन की खबर सुनकर शुक्रवार को विद्यालय के छात्र-छात्राएं आक्रोशित हो उठे. इसके बाद सभी छात्र स्कूल पहुंच गए और विद्यालय के मुख्य द्वार पर तालाबंदी कर दी. इसके बाद विद्यार्थियों ने प्रभारी प्रधानाध्यापिका को निलंबन मुक्त करने के साथ फिर से विद्यालय की प्रधानाध्यापिका बनाने की मांग को लेकर जमकर बवाल किया. इस दौरान स्कूल के पास गहमा- गहमी का माहौल बना रहा.
हंगामे के कारण नहीं हो सकी परीक्षा
प्राप्त जानकारी के अनुसार आक्रोशित छात्र-छात्राओं ने विद्यालय में तालाबंदी कर दी और निलंबित प्रधानाध्यापिका प्रीति कुमारी के समर्थन में नारेबाजी करते रहे. तालाबंदी के कारण शुक्रवार को आयोजित अर्धवार्षिक परीक्षा के तहत हस्तकला की परीक्षा भी नहीं हो पायी. वहीं जब विद्यालय में तालाबंदी की सूचना प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अंजू चौधरी को मिली तो स्कूल पहुंची. इसके बाद उन्होंने आक्रोशित छात्र-छात्राएं और उनके अभिभावकों से स्कूल में तालाबंदी करने का कारण पूछा. उन्होंने छात्रों से वार्ता भी किया लेकिन कोई लाभ नहीं मिला. इसके बाद शिक्षा पदाधिकारी वहां से लौटने लगी. लेकिन उनके द्वारा न ही कोई ठोस जवाब दिया गया और न ही कोई आश्वासन. इस वजह से वापस लौटने के दौरान उन्हें छात्र व छात्राओं के गुस्से का शिकार बनना पड़ा.
एसडीएम ने मुखिया से मोबाइल पर ली घटना की जानकारी
वहीं मामले की जानकारी जब जगदीशपुर के एसडीएम संजीत कुमार को हुई तो उन्होंने पंचायत की मुखिया सुषुमलता कुशवाहा से मोबाइल पर घटनाक्रम की पूरी जानकारी ली. इसके साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि पूरे मामले की जांच की जायेगी और शीघ्र ही इसका समाधान कर दिया जायेगा. इसके बाद मुखिया सुषुमलता द्वारा एसडीएम द्वारा दिये गये आश्वासन और उनसे हुई बातचीत की जानकारी विद्यालय के छात्र-छात्राओं को दिया और समझा-बुझाकर प्रदर्शन समाप्त करवाया.
ट्रांसफर के बाद योगदान नहीं देने की वजह से हुआ निलंबन
मालूम हो कि विद्यालय की प्रभारी प्रीति कुमारी का स्थानांतरण जून माह में जंगल दावा (चकवा पंचायत के ईश्वर सिंह के टोला) के उत्क्रमित मध्य विद्यालय में कर दिया गया था, लेकिन उन्होंने वहां योगदान नहीं दिया था, जिसके बाद जगदीशपुर बीपीआरओ अरुण कुमार यादव द्वारा जिला के पदाधिकारियों के निर्देश पर उन्हें निलंबित कर दिया गया है.
छात्र व छात्राओं का आरोप साजिश के तहत शिक्षिका का तबादला करने के बाद उन्हें निलंबित किया गया
जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की सुबह प्रीति कुमारी के निलंबन की सूचना विद्यालय के छात्र व छात्राएं व उनके अभिभावकों को मिली, तो वे काफी उग्र हो गये और स्कूल के मुख्य द्वार पर ताला जड़ कर विरोध प्रदर्शन करने लगे. छात्र व छात्राओं का आरोप है कि साजिश के तहत शिक्षिका का तबादला कर दिया गया है और उसके बाद उनको निलंबित भी कर दिया गया. जबकि विद्यालय के अन्य शिक्षक व शिक्षिका के तुलना में वे विद्यालय में बच्चों को अच्छे से पढ़ाती हैं
बीपीआरओ बोले
नियोजन इकाई के सचिव सह बीपीआरओ अरुण कुमार यादव ने बताया कि शिक्षिका प्रीति कुमारी का तबादला नियोजन इकाई के पांच सदस्यीय टीम ने जंगल दावा कर दिया था, लेकिन जब उनके द्वारा आदेश का पालन नहीं किया गया तब नियोजन इकाई की अनुशंसा पर शिक्षिका को निलंबित किया गया है.