BSSC पेपर लीक मामले को लेकर पटना में छात्रों ने निकाला मार्च, डाकबंगला चौराहे पर पुलिस ने किया लाठी चार्ज

पटना में BSSC पेपर लीक मामले को लेकर हजारों छात्रों ने विरोध मार्च निकाला. छात्रों ने तीनों पालियों की परीक्षा को रद्द कर नये सिरे से परीक्षा लेने की मांग की है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 4, 2023 1:19 PM

BSSC PAPER LEAK: बीएसएससी पेपर लीक मामले को लेकर पटना में आज हजारों छात्रों ने मार्च निकाला. बीएसएससी के अभ्यार्थियों ने तीनों पालियों की परीक्षा को रद्द करने की मांग की. छात्रों ने कहा कि अगर पेपर लीक मामले का पुरजोर तरीके से विरोध नहीं किया गया,तो परीक्षा में धांधली करने वालों का मनोबल सांतवें आसमान में चला जाएगा.

पुलिस ने किया लाठीचार्ज

बीएसएससी के अभ्यार्थियों का जत्था जैसे ही डाक बंगला चौराहे के पास पहुंचा. पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया. पुलिस की लाठीचार्ज में कई छात्र घायल हो गये. बता दें कि छात्रों का यह मार्च पूर्व निर्धारित था. लेकिन छात्रा तय मार्ग से अलग डाकबंगला चौराहे की तरफ बढ़ रहे थे. इसी दौरान जब पुलिस ने छात्रों को रोकने की कोशिश की. जिसके बाद छात्र जोर-जोर से नारेबाजी करने लगे. इसके बाद पुलिस ने छात्रों पर ताबड़तोड़ लाठियां बरसायी. यह मार्च छात्र नेता दिलीप के नेतृत्व में निकाली गयी थी.

पटना कॉलेज गेट के पास से निकाली गयी थी मार्च

अभ्यर्थियों ने विरोध मार्च पटना कॉलेज गेट से के पास से निकाला था. इसके बाद छात्रों का जत्था मलाही पकड़ी, भिखना पहाड़ी होते हुए बीएसएससी कार्यालय तक के लिए पैदल मार्च करते हुए जा रहे थे. इसी दौरान छात्रों का जत्था तय मार्ग से भटककर डाकबंगला चौराहे के पास पहुंच गया. जिसके बाद पुलिस ने छात्रों पर लाठी चार्ज कर दिया.

छात्र नेता ने तीनों शिफ्ट की परीक्षा को रद्द करने की मांग की

प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे छात्र नेता दिलीप कुमार ने कहा कि हमारी मांग है कि बीएसएससी की तीनों शिफ्ट की परीक्षा रद्द की जाए और दोबारा से पारदर्शी तरीके से परीक्षा आयोजित की जाए. अन्याय के खिलाफ हर हाल में विरोध होगा. क्योंकि ऐसा नहीं करने से परीक्षा में धांधली करने वालों का मनोबल बढ़ता जाएगा. मेहनत से पढ़ने वाले छात्रों का हौसला पस्त हो रहा है, उनकी उम्मीदें टूट रही हैं वो पिछड़ रहे हैं.

पांच से अधिक लोगों को किया जा चुका है गिरफ्तार

बता दें कि बीते शुक्रवार को बीएसएसी की पहली पाली की परीक्षा के पेपर रद्द हुए थे. इसमें ईओयू ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मास्टरमाइंड समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया था. बताया गया कि पेपर मोतिहारी से लीक हुए हैं. इसके बाद सोशल मीडिया पर दूसरी और तीसरी पाली की परीक्षा के भी पेपर लीक होने की खबरें आने लगी. पेपर वायरल होने का दावा किया जाने लगा. इसपर आयोग की ओर से नोटिस जारी हुआ है जिसमें छात्रों से सबूत मांगे जा रहे और सबूत भेजने के बाद ही जांच की बात की जा रही है.

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