बेतिया : सत्र 2019-20 में आठवीं के 58 हजार 41 विद्यार्थियों में से महज 19,868 विद्यार्थियों ने ही नौवीं में अपना दाखिला लिया है. वह भी तब जब कोरोना काल में आठवीं के छात्रों की बगैर परीक्षा लिये उन्हें नौंवी कक्षा के लिए प्रमोट कर दिया गया.
नौवीं में दाखिले के लिए दो बार तिथियां बढ़ा दी गईं. नामांकन के लिए टीसी व अन्य की बाध्यताएं खत्म कर दी गई है. जिले के प्रत्येक पंचायतों में दसवीं तक के स्कूल खोल दिये गये. बावजूद इसके 58 हजार 41 में 38 हजार 173 विद्यार्थियों का नामांकन नहीं होना डीइओ से लेकर प्रधान सचिव तक की बेचैनी बढ़ा दी है. ऐसे में विभाग ने अब नामांकन के लिए डोर टू डोर अभियान की शुरू की है.
इसके तहत अब ‘स्कूल’ अर्थात नामांकन टीम ही खुद से आपके दरवाजे आयेगी. इतना ही नहीं आपको अपने बेटा बेटी या पाल्य की पूर्ववर्ती पढ़ाई का कोई प्रमाण पत्र नहीं भी है तो कोई बात नहीं. तत्काल केवल उम्र के आधार पर संबंधित क्लास में नामांकन हो जायेगा. इसके बाद शैक्षिक या अन्य प्रमाण पत्र प्राप्त करने की औपचारिकता पूरी कर ली जायेगी.
इसी प्रकार से जिले भर के सरकारी व मान्यता प्राप्त स्कूलों में नामांकन का एक और विशेष 12 अक्तूबर तक चलेगा. शिक्षा विभाग में नीचे से ऊपर तक बढ़ी बेचैनी के बीच इस स्कूली एडमिशन के लिये पुलिसिया अंदाज में इस ‘स्पेशल ड्राइव’ (विशेष अभियान) की शुरुआत का कारण एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बीते साल(सत्र 2020-21) की तुलना में चालू सत्र (2020-21) में बिहार भर में अभियान के बावजूद नामांकन के ग्राफ का छह लाख से भी अधिक का नीचे गिर जाना है.
कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के काल में स्कूली नामांकन का ग्राफ लुढ़कने पर सरकार बेचैन हो उठी है. प्रधान सचिव के स्तर से सख्ती का आलम यह है कि डीइओ विनोद कुमार विमल को 11 मानक बिंदुओं पर डे बाई डे की उपलब्धि विभाग को नियमित रूप से 12 तक भेजते रहना है. इतना नहीं एक से 15 जुलाई तक के नामांकन पखवाड़े की जिला स्तर से समेकित रिपोर्ट अब तक नहीं भेजे जाने को लेकर प्रधान सचिव संजय कुमार ने नाराजगी व्यक्त की है.
डीइओ ने बताया कि इस अभियान में सभी प्रधानाध्यापक, सहायक अध्यापक, सीआरसी,बीआरसी समन्वयक के साथ सभी टोलासेवक, तालीमी मरकज, स्वयंसेवकों को निर्देश के साथ सभी विद्यालय शिक्षा समितियों को भी नामांकन अभियान सफल बनाने में पूरे मनोयोग से जुटने का अनुरोध किया गया है. जिले के प्राथमिक विद्यालय में क्लास पांच से प्रोन्नत छात्र-छात्राओं का क्लास छह व आठ से प्रोन्नत छात्र-छत्राओं का भी कक्षा नौ में नामांकन होना है.
Posted by Ashish Jha