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‘टॉपर फैक्ट्री’ से फेमस स्कूल के छात्रों का छलका दर्द, टॉपर की कॉपी डिस्प्ले का दिया चैलेंज, कही बड़ी बात

बिहार इंटरमीडिएट का परिणाम प्रकाशित होने के बाद सिमुलतला आवासीय विद्यालय एक बार फिर से सुर्खियों में है. लगातार टॉप टेन में अपनी जगह बनाने वाले सिमुलतला आवासीय विद्यालय के एक भी छात्र इस बार टॉप टेन में अपनी जगह नहीं बना पाये हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 26, 2023 3:19 PM

जमुई. बिहार इंटरमीडिएट का परिणाम प्रकाशित होने के बाद सिमुलतला आवासीय विद्यालय एक बार फिर से सुर्खियों में है. लगातार टॉप टेन में अपनी जगह बनाने वाले सिमुलतला आवासीय विद्यालय के एक भी छात्र इस बार टॉप टेन में अपनी जगह नहीं बना पाये हैं. बिहार बोर्ड द्वारा जारी रिजल्ट पर सिमुलतला आवासीय विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने सवाल उठाया है. विद्यालय के छात्रों ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति पर गंभीर आरोप लगाया है. साथ ही खुला चैलेंज दिया है कि टॉपरों की कॉपी डिस्प्ले करे.

राजनीति के शिकार हो रहे हैं छात्र

उन्होंने कहा है कि सिमुलतला आवासीय विद्यालय के छात्र राजनीति के शिकार हो रहे हैं. अगर ऐसा नहीं है तो बिहार विद्यालय परीक्षा समिति टॉप टेन में शामिल बच्चों के उत्तर पुस्तिका को सार्वजनिक रूप से डिस्प्ले करें. उन्होंने बताया कि इस बार विद्यालय से 39 छात्र-छात्राएं इंटरमीडिएट की परीक्षा में शामिल हुए थे. ऐसे में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति सिमुलतला के छात्र-छात्राओं की उत्तर पुस्तिका एवं टॉप टेन में शामिल बच्चों के उत्तर पुस्तिका के बीच तुलना कर ले. छात्रों ने इसके अलावा और भी कई सारे आरोप बोर्ड पर लगाये हैं.

अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई बन गया विफलता का कारण 

छात्रों ने कहा कि सिमुलतला आवासीय विद्यालय में अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई करवाई जाती है और परीक्षा में बच्चे उसी माध्यम में उत्तर लिख कर आते हैं, लेकिन हिंदी माध्यम के शिक्षकों से हमारी उत्तर पुस्तिका का भी मूल्यांकन कराया जाता है. ऐसे में छात्र छात्राओं का बेहतर प्रदर्शन ना कर पाना तो काफी लाजमी हो जाता है. कई छात्रों का कहना था कि मूल्यांकन और पारदर्शी बनाना चाहिए तथा इंग्लिश मीडियम में दक्ष शिक्षकों से ही सिमुलतला आवासीय विद्यालय के छात्रों की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करवाना चाहिए.

छात्रों के प्रदर्शन में काफी गिरावट

विद्यालय के उप प्राचार्य सुनील कुमार ने कहा कि बच्चों ने जो कहा है वह काफी हद तक सही है. हालांकि हमारी मंशा हिंदी माध्यम के शिक्षकों की योग्यता पर सवाल उठाने की नहीं है, परंतु इंग्लिश माध्यम में जो बच्चे कॉपी लिखते हैं, उनके उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन इस माध्यम के शिक्षकों के द्वारा ही करवाया जाना चाहिए. गौरतलब है कि पिछले दो वर्षों में इंटरमीडिएट की परीक्षा परिणाम में सिमुलतला आवासीय विद्यालय के छात्रों के प्रदर्शन में काफी गिरावट दर्ज किया गया है.

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