सीतामढ़ी जिले के सीमावर्ती मेजरगंज थाना क्षेत्र के कोआड़ी मदन गांव में बुधवार की सुबह शराब तस्करी व रंगदारी मामले में वांछित रंजन सिंह, मुकुल सिंह समेत अन्य को गिरफ्तार करने गयी पुलिस टीम पर अपराधियों ने हमला बोल दिया. पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए हथियारबंद शातिर तस्करों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी.
बताया जा रहा है कि उसके ही सहयोगी मुकुल सिंह द्वारा पिस्टल से की गयी अंधाधुंध फायरिंग में रंजन की मौत हुई है. दारोगा के सिर व पीठ में दो गोली लगी है. वहीं चौकीदार के शरीर के अन्य भाग में चार गोली लगने की बात कही जा रही है. मृत दारोगा दिनेश राम पूर्वी चंपारण जिले के लखौरा थाना क्षेत्र के सरसौला गांव निवासी स्व शिवशंकर राम का पुत्र था. वह वर्ष 2009 बैच के सब-इंस्पेक्टर थे. दिसंबर 2018 में उन्होंने सीतामढ़ी जिला बल में योगदान दिया था.
फायरिंग की सूचना मिलने पर एसपी अनिल कुमार, सदर एसडीपीओ रमाकांत उपाध्याय, रीगा सर्किल इंस्पेक्टर दयाशंकर प्रसाद, थानाध्यक्ष राजदेव प्रसाद पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर छानबीन की. उधर, ग्रामीणों ने कन्हौली थाना क्षेत्र के मुरहा छतौना गांव स्थित हरि पासवान के घर में छिपे मुकुल सिंह को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस ने घटनास्थल व मृत तस्कर के शव के पास से दो कारतूस व एक खोखा बरामद किया है.
सदर एसडीपीओ ने मृत दारोगा की सर्विस रिवाल्वर गायब होने की पुष्टि की है. एसपी ने बताया कि रंगदारी मामले में वांछित अपराधी को पकड़ने गयी पुलिस टीम पर अपराधियों द्वारा फायरिंग की गयी, जिसमें सब-इंस्पेक्टर की मौत हो गयी. चौकीदार का इलाज चल रहा है. अपराधियों की फायरिंग में रंजन सिंह की मौत हुई है. चौकीदार को गोली मारने की घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस वाहन में तोड़फोड़ की तथा आगजनी कर दो घंटे तक कोआड़ी चौक जाम कर प्रदर्शन किया.
पुलिस के मुताबिक, शराब तस्करी व रंगदारी मामले में संलिप्त रंजन सिंह, मुकुल सिंह समेत अन्य अपराधियों व तस्करों की गिरफ्तारी को लेकर दारोगा समेत अन्य पुलिसकर्मी पहुंचे थे. सूचना मिली कि उक्त दोनों तस्कर के अलावा अन्य बदमाश सुधा सिंह नामक महिला के घर में छिपकर बैठे हैं. दारोगा दिनेश राम के नेतृत्व में पुलिस टीम घर में दाखिल ही हुई थी कि अपराधियों व तस्करों ने फायरिंग शुरू कर दी. फायरिंग में दारोगा को दो गोली लगी तथा वह बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़े.
बाहर खड़े चौकीदार लालबाबू पासवान को गोली मारने के बाद सभी बदमाश घर से निकलकर भागने लगे. अपराधियों व शराब तस्करों को भागते देख ग्रामीणों ने घेराबंदी कर दी. इस बीच भाग रहे मुकुल सिंह अंधाधुंध गोलियां चलाने लगा, जिसमें रंजन सिंह को चार गोली लगी और वह ढेर हो गया. एसपी घटनास्थल पर ही कैंप कर रहे हैं. शराब तस्करों व अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर व्यापक छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है. देर शाम सदर अस्पताल में दारोगा व मृत शराब तस्कर के शव का पोस्टमार्टम किया गया.
Posted by: Radheshyam Kushwaha