पटना. राजद के विधायक और पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने मंगलवार को नीतीश कुमार के साथ-साथ तेजस्वी यादव को भी अपने निशाने पर लिया. भाजपा से गाइड होने के सवाल पर सुधाकर सिंह ने तेजस्वी यादव को करारा जबाव दिया है. सुधाकर सिंह ने कहा कि मैं बीजेपी या आरएसएस से नहीं, बल्कि बिहार की 14 करोड़ जनता से गाइड हो रहा हूं. बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के आरोपों का जवाब देते हुए राजद विधायक सुधाकर सिंह ने कहा कि जनता ने उन्हें चुनकर विधानसभा भेजा है और उनके लिए वे आज विधानसभा में आये है, ऐसे में मेरी प्राथमिक ड्यूटी है कि मैं जनता की बातो को विधासभा में रखूं.
मंगलवार को विधानमंडल परिसर में पत्रकारों से बात करते करते हुए जब पत्रकारों ने तेजस्वी यादव को लेकर सुधाकर सिंह से सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि मैंने जो भी बयान दिया है, वो पब्लिक डोमेन में हैं. इसलिए कौन क्या बोलता है, क्या सोचता है, सबकी अपनी व्यक्तिगत राय है. मैं मुख्यमंत्री से सवाल पूछ रहा हूं. सुधाकर सिंह ने एक बार फिर कहा कि जिसे जो बोलना है बोले, लेकिन वे किसानों के मुद्दे पर आवाज उठाते रहेंगे. सुधाकर सिंह ने कहा कि बिहार विधानसभा पार्टियों के लिए नहीं बना है. यह बिहार की जनता के लिए बना है. पार्टियों की बात सड़क पर होगी. 243 सदस्यों का यह सदन है, जो स्वतंत्र रूप से विधायिका की बुनियादी सिद्धांत है. यह दलीय व्यवस्था का विषय नहीं है. उन्होंने कहा कि वो सदन में जनता के प्रतिनिधि हैं और सदन के अंदर जनता के मुद्दे पर ही बात करेंगे. उन्होंने कहा कि पार्टी का सिद्धांत भी वही है जो मैं बोल रहा हूं.
इससे पहले सोमवार को डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से जब सुधाकर सिंह को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा था कि हमने एक साथ महागठबंधन का नेतृत्व करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चुना है. अगर कोई पार्टी लाइन के खिलाफ जाकर बोलता है, तो वो भाजपा आरएसएस के लिए काम कर रहा है. लेकिन अगर कोई जानबूझकर ऐसा बयान दे रहा हैं, तो ये ठीक नहीं है, लग रहा है कि वे कहीं से और गाइडेड हो रहे हैं. वहीं रविवार को सुधाकर सिंह ने नीतीश कुमार पर हमला बोला था. कैमूर में एक कार्यक्रम में सुधाकर सिंह ने कहा था कि उन्हे किसानों की चिंता नहीं, बल्कि अपनी कुर्सी की फिक्र है. नीतीश कुमार कब किधर पलटी मार देंगे कोई नहीं बता सकता है. सुधाकर सिंह ने आगे कहा था कि नरेन्द्र मोदी से बदले नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री बनाने से अच्छा है कि देश में राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाय.