सुधाकर सिंह ने सांप्रदायिक हिंसा को बताया प्रायोजित, जानें किसकी जांच के लिए नीतीश कुमार से लगायी गुहार
पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह अपने एक बार फिर तीखा बयान दिया है. बिहार के सासाराम और नालंदा में हुई हिंसक वारदातों को प्रायोजित बताते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इसकी सही तरीके से जांच कराने की मांग की है.
पटना. पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह अपने एक बार फिर तीखा बयान दिया है. बिहार के सासाराम और नालंदा में हुई हिंसक वारदातों को प्रायोजित बताते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इसकी सही तरीके से जांच कराने की मांग की है. हमेशा सुर्खियों में रहनेवाले राजद विधायक सुधाकर सिंह ने रामनवमी जुलूस के दौरान हिंसक घटना को लेकर सोमवार को कहा कि यह राजनीतिक प्रायोजित घटना है. आने वाले दिनों में लोकसभा के चुनाव होने वाला है. ऐसी घटना में राजनीतिक दल शामिल हैं. साथ ही कुछ प्रशासनिक अधिकारी भी मिले हुए हैं. उनको चिन्हित कर कार्रवाई करने की आवश्यकता है.
अमित शाह को तो कार्रवाई करनी चाहिए थी
बिहार सरकार पर अमित शाह के आरोपों पर सुधाकर सिंह ने कहा कि वे किस सरकार की बात कर रहे हैं? वो तो खुद ही सरकार हैं. अमित शाह को तो कार्रवाई करनी चाहिए. इस मामले पर तो उन्हें बयान नहीं देना चाहिए. ये राजनीतिक दल को फायदा पहुंचाने वाली घटना है. अमित शाह के बयान से तो ये मालूम पड़ता है कि इस तरह की घटना में राजनीतिक दल शामिल हैं. वहीं, राजद के आरोपों का समर्थन करते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के पुत्र ने कहा कि अगर पार्टी बोल रही है तो साक्ष्य के आधार पर बोल रही होगी. इस मामले में पार्टी के बयान से सहमत हैं.
राजद और भाजपा में आरोप-प्रत्यारोप
रामनवमी हिंसा को लेकर सोमवार को सदन में जमकर हंगामा हुआ. भाजपा नीतीश सरकार पर आरोप लगा रही है. भाजपा कह रही है कि अमित शाह के कार्यक्रम को रोकने के लिए ये घटना करायी गई है, तो राजद भाजपा पर निशाना साध रही है. राजद नेताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा ही सासाराम और बिहारशरीफ में हिंसा करायी है, वीएचपी, आरएसएस और भाजपा ने बिहार में दंगा करायी है. वीएचपी, आरएसएस और भाजपा पर बैन लगाया जाये.