नीतीश कुमार का साथ छोड़ सुहेली मेहता ने थामा BJP का दामन, सम्राट चौधरी ने दिलाई सदस्यता

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का साथ छोड़ने के बाद सुहेली मेहता ने गुरुवार (11 मई) को भाजपा का दामन थाम लिया. दिल्ली में जदयू के पूर्व अध्यक्ष आरसीपी सिंह के भाजपा में शामिल होने के चंद घंटे बाद पटना में जदयू से आयी सुहेली मेहता को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने सदस्यता दिलायी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 11, 2023 8:29 PM

पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का साथ छोड़ने के बाद सुहेली मेहता ने गुरुवार (11 मई) को भाजपा का दामन थाम लिया. दिल्ली में जदयू के पूर्व अध्यक्ष आरसीपी सिंह के भाजपा में शामिल होने के चंद घंटे बाद पटना में जदयू से आयी सुहेली मेहता को भाजपा के प्रदेश कार्यालय में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने सदस्यता दिलायी. इस मौके पर भाजपा के कई दिग्गज मौजूद रहे. इस मौके पर सम्राट चौधरी ने कहा कि भाजपा को छोड़कर सभी पार्टियों में एक राजा होता है और बाकी सभी गुलाम होते हैं. नीतीश कुमार जिन-जिन पार्टी नेताओं के घर पर जा रहे हैं, वो राजा वाली पार्टी हैं. नीतीश कुमार के साथ एक युवराज घूम रहे हैं, वो वही घर देख रहे हैं जहां लोकतंत्र नहीं है.

अब शिवसेना उनके लिए सांप्रदायिक नहीं

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने सीएम नीतीश कुमार की विपक्षी एकता मुहिम पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार आज कल चाय-नाश्ते के लिए पूरे देश में घूम रहे हैं. इससे कोई परेशानी है, लेकिन उनसे बिहार तो संभल नहीं रहा है. शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे से नीतीश कुमार की मुलाकात के सवाल पर उन्होंने नीतीश कुमार कहा कि क्या अब शिवसेना उनके लिए सांप्रदायिक नहीं है. सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार आकर नीतीश कुमार को बताना पड़ेगा कि बिहारियों को पीटाने वाली पार्टी शिवसेना के नेता से मिलने के लिए बिहार के नेता क्यों जा रहे हैं.

जदयू में सुहेली मेहता चल रही थी नाराज

जदयू से इस्तीफा देने के बाद सोमवार (8 मई) को प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुहेली मेहता ने कई गंभीर आरोप लगाए थे. पार्टी के अंदर की पोल खोली थी. सुहेली मेहता ने कहा था कि जदयू जैसी पार्टी में वह नहीं रह सकती हैं, जहां महिलाओं को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है. यह भी कहा था कि शर्तों के साथ राजनीति करने के लिए कहा जाता है. जदयू में महिलाओं का मान-सम्मान, स्वाभिमान सुरक्षित नहीं है, इसलिए वह पार्टी में नहीं रह सकती हैं.

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