पटना. जदयू की पूर्व प्रवक्ता सुहेली मेहता ने पार्टी की प्राथमिक सदस्या से इस्तीफा दे दिया है. कुशवाहा समाज से आनेवाली इस महिला नेता के इस्तीफे को यह नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाईटेड के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. अपने इस्तीफे पर सुहेली मेहता ने कहा है कि पार्टी में अब महिलाओं की इज्जत नहीं रही. पार्टी की नीतियों से परेशान होकर यह कदम उठाया है. मैंने बहुत सोच विचारकर जदयू को छोड़ने का फैसला लिया है. सुहेली मेहता ने कहा कि वो अपने आत्म सम्मान से समझौता कभी नहीं कर सकती.
पार्टी से इस्तीफा देने के बाद सुहेली मेहता ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पार्टी में शर्तों के साथ काम करने को बोला जा रहा था. मैं शर्तों के साथ काम करने वाली महिला नहीं हूं. नीतीश सरकार की नयी शिक्षक नियमावली पर हमला बोलते हुए सुहेली मेहता ने कहा कि बिहार के शिक्षकों के साथ धोखा हो रहा है. वहीं नीतीश कुमार की शराबबंदी कानून पर भी वो लगातार सवाल उठा रही थी. सुहेली मेहता ने कहा कि वो आत्मसम्मान के साथ समझौता नहीं कर सकती है. जदयू के बाद अब वह किस पार्टी का दामन थामेंगी, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी तय नहीं किया है, थोड़ा इंतजार कीजिए पता चल जाएगा.
पिछले दिनों सुहेली मेहता को जदयू ने प्रवक्ता पद से हटा दिया था. पार्टी के इस फैसले से सुहेली मेहता नाराज चल रही थी. सुहेली मेहता ने कहा कि जदयू में महिलाओं की अब कोई इज्जत नहीं है. महिला सशक्तीकरण महज दिखावा साबित हो रहा है. नीतीश कुमार अपने फैसलों से पलट रहे हैं. बिहार में शराबबंदी कानून भी फेल है. शिक्षक नियुक्ति के नाम पर बिहार के शिक्षकों के साथ धोका हो रहा है. उन्होंने दावा किया कि आने वाले समय में जदयू का दामन और भी कई लोग छोड़ेंगे बस देखते जाइए. जदयू एक गैंग की पार्टी बनकर रह गयी है.