भागलपुर: खगड़िया के लिए सुलतानगंज-अगुवानी फोरलेन पुल का कार्य 2023 के अंत तक होगा पूरा

सुलतानगंज-अगुवानी फोरलेन पुल का रविवार को बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के डिप्टी चीफ इंजीनियर सुनील कुमार ने जायजा लिया. उन्होंने कहा कि इसी साल के अंत तक काम को पूरा करने का निर्देश दिया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | April 24, 2023 4:30 AM

शुभंकर, सुलतानगंज. सुलतानगंज-अगुवानी फोरलेन पुल का रविवार को बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के डिप्टी चीफ इंजीनियर सुनील कुमार ने जायजा लिया. उन्होंने कहा कि इसी साल के अंत तक काम को पूरा करने का निर्देश दिया गया. हर हाल में जून तक एप्रोच पथ का कार्य पूरा करने का निर्देश कार्य एजेंसी को दिया गया है. कार्य करवा रही कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर आलोक झा से डिप्टी चीफ इंजीनियर ने अब तक के कार्य की जानकारी ली.

वन विभाग से एनओसी जल्द मिलने की संभावना

बताते चलें कि वन विभाग की टीम ने 15 मार्च को सुलतानगंज पहुंचकर पुल निर्माण कार्य को रोक दिया था. डॉल्फिन अभयारण्य क्षेत्र के कारण जब तक एनओसी नहीं मिलता है, तब तक काम बंद रखने का निर्देश वन विभाग ने दिया था. इसके कारण ब्रिज का निर्माण कार्य पूरी तरह से ठप है. प्रोजेक्ट मैनेजर आलोक झा ने बताया कि निरीक्षण के दौरान डिप्टी चीफ इंजीनियर ने बताया कि 25 अप्रैल को मीटिंग के बाद संभावना है कि एनओसी मिल जाये. जल्द ही एनओसी मिलने की प्रक्रिया की जा रही है. इसके बाद रुके हुए काम को तेजी से किये जाने का निर्देश दिया गया है. वहीं एप्रोच पथ का काम जून तक पूरा करने का निर्देश चीफ इंजीनियर ने दिया है. प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया गया कि सुलतानगंज की ओर से चार किलोमीटर एप्रोच पथ का काम होना है, जिसमें तीन किमी 700 मीटर तक काम हो चुका है. शेष काम जून के पहले हो जाने की संभावना है.

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एनओसी के कारण 38 दिन से कार्य है बंद

सुलतानगंज-अगुवानी के बीच निर्माणाधीन गंगा ब्रिज का काम 38 दिनों से बंद है. निर्माण कार्य वन विभाग द्वारा रोके जाने की जानकारी मिलने पर विधायक प्रो ललित नारायण मंडल ने 20 मार्च को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर गंगा ब्रिज के रुके हुए काम को चालू कराने की मांग की थी. सीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अविलंब काम शुरू करवाने का आदेश दिया था. गौरतलब है कि इस पुल के चालू हो जाने से उत्तर बिहार के कई जिलों की दूरी कम हो जायेगी. सितंबर 2015 में 1710 करोड़ रुपये की लागत से पुल और एप्रोच पथ का निर्माण कार्य शुरू हुआ था. पूर्व में पुल का निर्माण कार्य नवंबर 2019 में पूरा करने का डेडलाइन था, जिसे बढ़ाकर जुलाई 2021 किया था. अब 2023 के अंत तक पुल के पूरा होने की संभावना व्यक्त की जा रही है.

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