सुलतानगंज में बहेगी निर्मल गंगा, 63.51 करोड़ से की लागत से बना सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट चालू
सुलतानगंज में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट चालू हो गया. अब गंगा में नाले का गंदा पानी नहीं गिरेगा. प्रखंड मुख्यालय में बने 10 एमएलटी का एसटीपी में पूरा कार्य कंम्यूटरीकृत है. नप क्षेत्र के सभी नाले के पानी को सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से शुद्ध कर खेती के उपयोग में लाया जायेगा.
शुभंकर, सुलतानगंज
सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट सुलतानगंज में चालू हो गया. अब गंगा में नाले का गंदा पानी नहीं गिरेगा. प्रखंड मुख्यालय में बने 10 एमएलटी का एसटीपी में पूरा कार्य कंम्यूटरीकृत है. नप क्षेत्र के सभी नाले के पानी को सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से शुद्ध कर खेती के उपयोग में लाया जायेगा. 2017 के अगस्त में नमामि गंगे योजना से काम की स्वीकृति मिली थी. 17 फरवरी 2019 में पीएम ने शिलान्यास किया था. अक्तूबर से प्लांट चालू हो गया है. प्लांट के प्रोजेक्ट मैनेजर ओंकार झा ने बताया कि मेंटेनेंस का काम करना है. 15 साल तक मेंटेनेंस का कार्य होगा. 2037 सितंबर तक मेंटेनेंस का काम होना है.
रोज पांच लाख लीटर नाले के गंदे पानी की हो रही सफाई
सुलतानगंज नप क्षेत्र के नाले का गंदा पानी गंगा में नहीं जाये, इसके लिए नमामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत 10 एमएलडी का एसटीपी का 63.51 करोड़ से निर्माण हुआ है. वर्तमान में 55 लाख लीटर हर रोज नाले का गंदा पानी साफ हो रहा है. अब एक बूंद भी गंगा में गंदा पानी नहीं गिर रहा है. प्लांट पूरी तरह कंप्यूटराइज सिस्टम से काम कर रहा है. रोज नाले का गंदा पानी प्लांट में आता है, जिसे सफाई कर पुनः अन्य कार्य के लिए दिया जा रहा है.
स्काडा सिस्टम से हो रहा है कार्य
पूरा सिस्टम स्काडा सिस्टम के तहत कार्य कर रहा है, जो नयी तकनीक है. वर्तमान में एसटीपी से गंगा में गिरने वाले नाले के अधिकतर गंदे पानी को प्लांट में लाकर सफाई की जा रही है.
आज होना था उद्घाटन, टल गया कार्यक्रम
नामामि गंगे परियोजना अंतर्गत सुलतानगंज के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को करना था, लेकिन उद्घाटन शुक्रवार को नहीं हो पाया. प्लांट के प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया कि उद्घाटन की सारी तैयारी पूरी कर ली गयी थी. प्लांट पूरी तरह से कार्य करना शुरू कर दिया है.