सुल्तानगंज से दो युवक इतना हथियार लेकर जा थे पश्चिम बंगाल कि पुलिस देख रह गयी दंग, जाने पूरा मामला
स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) पश्चिम बंगाल की टीम को सोमवार भोर में बड़ी कामयाबी हाथ लगी. हथियारों का जखीरा लेकर सुल्तानगंज (बिहार) से आ रहे दो युवकों को एसटीएफ ने सालानपुर थाना क्षेत्र के रूपनारायणपुर पुलिस फांड़ी अंतर्गत डाबर मोड़ कल्यानेश्वरी ड्रग हाउस के पास पकड़ा.
स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) पश्चिम बंगाल की टीम को सोमवार भोर में बड़ी कामयाबी हाथ लगी. हथियारों का जखीरा लेकर सुल्तानगंज (बिहार) से आ रहे दो युवकों को एसटीएफ ने सालानपुर थाना क्षेत्र के रूपनारायणपुर पुलिस फांड़ी अंतर्गत डाबर मोड़ कल्यानेश्वरी ड्रग हाउस के पास पकड़ा. इनके पास मौजूद दो बैग में से तीन मैगजीन के साथ दो नाइन एमएम की मशीन कारबाइन, दो सात एमएम व तीन नौ एमएम की पिस्तौल, पांच पाइपगन, 15 राउंड नौ एमएम का, 10 राउंड 7.65 एमएम का, 10 राउंड 3.15 एमएम के जिंदा कारतूस बरामद किये गये.
पुलिस ने आरोपियों को भेजा रिमांड पर भेजा
एसटीएफ के अवर निरीक्षक सोवेंदु कृष्ण गोश्वामी की शिकायत पर सालानपुर थाना कांड संख्या 209/22 में आरोपियों के खिलाफ आर्म्स एक्ट की धारा 25(1B)(a)/25(AA)/35 के तहत मामला दर्ज हुआ. सोमवार को दोनों आरोपियों को आसनसोल अदालत में पेश किया गया. इनके अन्य साथियों को गिरफ्तार करने तथा और भी हथियारों की बरामदगी का हवाला देकर जांच अधिकारी एसटीएफ के सोमनाथ मंडल ने 14 दिनों की पुलिस रिमांड की अपील की. अदालत ने 14 दिनों की ही रिमांड मंजूर कर आरोपियों को एसटीएफ के हवाले कर दिया.
तीन लोगों को नामजद आरोपी बनाकर दर्ज हुआ मामला
प्राथमिक पूछताछ के आधार पर तीन लोगों को नामजद के साथ अन्य को आरोपी बनाया गया है. पकड़े गये दोनों युवकों की पहचान बिहार के भोजपुर जिला अंतर्गत बड़हरा थाना क्षेत्र के निवासी ज्ञानसागर शर्मा के पुत्र रंजीत शर्मा उर्फ छोटू (24) और सियाराम रवानी के पुत्र बलिराम रवानी उर्फ प्रसाद (37) के तौर पर हुई है. प्राथमिकी में इनके अलावा नदिया के नकाशीपाड़ा के निवासी साहेब का नाम शामिल है.
नकाशीपाड़ा में होनी थी माल की डिलीवरी
हथियारों के साथ पकड़े गये आरोपियों ने बताया कि हथियार और कारतूस की डिलीवरी नकाशीपाड़ा में साहेब को करनी थी. साहेब का पूरा नाम यह लोग नहीं बता पाये. उनके बयान के आधार पर ही साहेब को भी नामजद आरोपी बनाया गया है. 14 दिनों की रिमांड अवधि में एसटीएफ को इस धंधे से जुड़े अन्य लोगों और हथियारों की जानकारी मिल सकती है. सूत्रों के अनुसार आरोपियों की निशानदेही पर एसटीएफ की तीन टीम बिहार और बंगाल में अनेकों जगह जांच अभियान चला रही है. जल्द ही कुछ और भी गिरफ्तारी होने की संभावना है.