बड़ी खबर! सुलतानगंज से होगी अंतर्देशीय जलमार्ग कनेक्टिविटी, बनेगी कम्यूनिटी जेट्टी और मिनी पोर्ट
उत्तरवाहिनी गंगा तट पर बसे सुलतानगंज को इस साल गंगा पुल मिलने के बाद इसकी कनेक्टिविटी अंतर्देशीय जलमार्ग से भी होनेवाली है. भारत सरकार का अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण यहां पर कम्यूनिटी जेट्टी (सामुदायिक घाट) बनाने जा रहा है. कम्यूनिटी जेट्टी बनने के बाद यहां देश-विदेश से पानी के जहाज पहुंचेंगे.
उत्तरवाहिनी गंगा तट पर बसे सुलतानगंज को इस साल गंगा पुल मिलने के बाद इसकी कनेक्टिविटी अंतर्देशीय जलमार्ग से भी होनेवाली है. भारत सरकार का अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण यहां पर कम्यूनिटी जेट्टी (सामुदायिक घाट) बनाने जा रहा है. कम्यूनिटी जेट्टी बनने के बाद यहां देश-विदेश से पानी के जहाज पहुंचेंगे. इससे सुलतानगंज ही नहीं, भागलपुर जिला भी आर्थिक रूप से समृद्ध होगा. इसकी तैयारी शुरू कर दी गयी है. इस बाबत अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के निदेशक एलके रजक ने सुलतानगंज के सीओ से जमीन का अनापत्ति प्रमाणपत्र मांगा है.
प्राधिकरण के निदेशक ने सीओ को भेजे पत्र में कहा है कि सुलतानगंज में गंगा नदी के किनारे कम्यूनिटी जेट्टी का निर्माण प्रस्तावित है. कम्यूनिटी जेट्टी के निर्माण के लिए 100-400 वर्ग मीटर भूमि की आवश्यकता है. घाट निर्माण के बाद इसे स्थानीय प्रशासन को सौंप दिया जायेगा. अनुरोध किया है कि प्रस्तावित कम्यूनिटी जेट्टी के निर्माण के लिए 100-400 वर्ग मीटर जमीन उपलब्ध करायें और अनापत्ति प्रमाणपत्र प्रदान करें, ताकि कार्य को ससमय संपन्न कराया जा सके.
भागलपुर व कहलगांव में भी बनेगा मिनी पोर्ट
गंगा में जहाज परिचालन की गतिविधियां एक बार फिर से शुरू हो गयी है. भारतीय अंतरदेशीय जलमार्ग प्राधिकरण के अनुसार मार्च तक पर्यटकों के कई जहाज कोलकाता व वाराणसी के बीच आवाजाही करेंगे. कहलगांव, भागलपुर व सुलतानगंज में प्रस्तावित मिनी पोर्ट या जेटी का निर्माण नहीं होने से पर्यटकों का जहाज बीच नदी में लंगर डाल रहा है. वहीं पर्यटकों को छोटे नाव के सहारे तट तक लाया जा रहा है. जलमार्ग प्राधिकरण के अनुसार कहलगांव व सुलतानगंज में सामुदायिक जेटी या मिनी पोर्ट बनाये जायेंगे. वहीं भागलपुर में टूरिस्ट जेटी का निर्माण होगा. भागलपुर में प्रस्तावित जेटी के लिए राशि का आवंटन हो गया है. लेकिन भागलपुर, कहलगांव व सुलतानगंज में गंगा किनारे जमीन उपलब्ध नहीं हुई है.
मार्च तक कार्गो व पर्यटक जहाज के कई फेरे लगेंगे
पर्यटक के अलावा मालवाहक कार्गो जहाज के फेरे पटना व कोलकाता के बीच लगेंगे. जनवरी में वाराणसी व पटना होकर पर्यटकों का जहाज कोलकाता व बांग्लादेश होकर असम तक जायेगा. जलमार्ग प्राधिकरण के अनुसार पर्यटकों के आने से भागलपुर के लोगों की आय भी बढ़ेगी. नदी किनारे भागलपुरी सिल्क व कतरनी जैसे प्रोडक्ट को पर्यटकों को उपलब्ध कराया जायेगा.
गंगा में जहाज परिचालन के लिए जलस्तर सामान्य
इस समय गंगा में जहाज के परिचालन के लिए जलस्तर ठीक है. जहाज परिचालन के लिए कम से कम तीन मीटर गहरायी की जरूरत है. कहलगांव से लेकर भागलपुर, सुलतानगंज व मुंगेर तक जलस्तर 15 से 60 मीटर गहरा है. वहीं विक्रमशिला सेतु होकर बड़े जहाज को निकलने में परेशानी नहीं हो रही है. बाढ़ के समय जलस्तर बढ़ने से नदी व सेतु के बीच का गैप कम हो जाता है. बता दें कि केंद्र सरकार ने कोलकाता के हल्दिया पोर्ट से साहिबगंज, भागलपुर, पटना, वाराणसी व प्रयागराज तक गंगा को राष्ट्रीय अंतर्देशीय जलमार्ग संख्या एक घोषित किया है.