सुपौल में मां ने अपने दो बच्चों को जिंदा जलाने का प्रयास किया, आर्थिक तंगी से परेशान होकर उठाया कदम
सुपौल में एक मां ने अपने दो बच्चों को जिंदा जलाने का प्रयास किया है. पड़ोसिओं ने दोनों बच्चों को जलने से बचा लिया है. दोनों बच्चों का इलाज अभी अनुमंडलीय अस्पताल में चल रहा है.
बिहार के सुपौल जिले से हैरान करने वाली घटना सामने आयी है, जहां सोमवार को देर रात एक मां ने अपने दो बच्चों को जिंदा जलाने का प्रयास किया है. हालांकि महिला के पड़ोसिओं ने दोनों बच्चों को जलने से बचा लिया है. दोनों बच्चों का इलाज अभी अनुमंडलीय अस्पताल में चल रहा है.
मिली जानकारी के अनुसार त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र के भूरा पथरा वार्ड नंबर 1 का निवासी गुलाब शाह लुधियाना में काम करता है. घर पर उसकी पत्नी रत्नी देवी उर्फ रूगी देवी अपने दो बच्चों संगीता (7 वर्ष) और शिव कुमार (6 वर्ष) के साथ रहती है. सोमवार की रात करीब 12 बजे रत्नी देवी ने घर के आंगन में एक गड्ढा किया और फिर उसमें पुआल और लकड़ी डालकर आग लगा दी, इसके बाद बच्चों के शरीर पर केरोसिन डालकर दोनों बच्चों को गड्ढे में धक्का दे दिया.
बच्चों के चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के लोग इकठ्ठा हो गए और फिर दोनों बच्चों को गड्ढे से बाहर निकाला फिलहाल दोनों बच्चों को अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है. बच्चों को आग में जलाने के क्रम में महिला का पांव भी जख्मी हो गया है. खबर है कि महिला ने आर्थिक तंगी से परेशान होकर यह कदम उठाया. महिला ने पहले भी जहर खाकर जान देने का प्रयास कर चुकी है. ग्रामीण बताते हैं कि महिला ने लोगों से कुछ कर्ज़ा भी लिया हुआ था.
ग्रामीणों का कहना है कि सोमवार रात 12 बजे घटना के बाद उन्होंने पुलिस को तुरंत सूचना दी थी लेकिन पुलिस मंगलवार दोपहर तक बच्चों को लाने या मामले की जांच करने नहीं पहुंची बाद में वहां के पंचायत समिति सदस्य मोहम्मद जहांगीर ने अस्पताल को सूचना दी इसके बाद हेल्थ मैनेजर प्रेमचंद रंजन खुद एंबुलेंस लेकर वहां पहुंचे और दोनों बच्चों को लाकर अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया उधर महिला ने भी कुछ बोलने से इंकार किया है.