डरते हुए पुल पार करते हैं लोग
छातापुर : प्रखंड के चरणे पंचायत स्थित अररिया सीमा को जोड़ने वाली पक्की सड़क में बिनैनियां धार पर बने लोहे का जर्जर पुल बड़े हादसे को आमंत्रित कर रहा है. करीब डेढ़ दशक पूर्व बनाये गये इस पुल पर आर-पार करना किसी खतरों से खेलने से कम नहीं हैं. निर्माण कार्य के दौरान बरती गयी […]
छातापुर : प्रखंड के चरणे पंचायत स्थित अररिया सीमा को जोड़ने वाली पक्की सड़क में बिनैनियां धार पर बने लोहे का जर्जर पुल बड़े हादसे को आमंत्रित कर रहा है. करीब डेढ़ दशक पूर्व बनाये गये इस पुल पर आर-पार करना किसी खतरों से खेलने से कम नहीं हैं. निर्माण कार्य के दौरान बरती गयी अनियमितता के कारण पुल के दोनों दिशाओं का एप्रोच पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका है.
पुल के दोनों सिरों का अधिकांश हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया है. जहां चालकों को दुपहिया वाहन भी पार कराने में जान हथेली पर रखना पड़ रहा है. दो जिलों को जोड़ने वाली इस पक्की सड़क की महत्ता को देखते हुए दशकों पूर्व काठ के पुल का निर्माण कराया गया था. काठ पुल ध्वस्त होने के चार साल बाद यानी डेढ़ दशक पूर्व लोहे की पुल का निर्माण कराया गया. जो पुल हजारों की आबादी के लिए सबसे सुलभ रास्ता है.