व्याख्याता प्रो श्याम बिहारी रहस्यमय तरीके से लापता
राघोपुर (सुपौल) : ललित बालिका उच्च विद्यालय की पूर्व प्राचार्य के पति के रहस्यमय तरीके से लापता होने का मामला सामने आया है. खबर फैलते ही पुलिस हरकत में आयी. लेकिन, पुलिस को अब तक कोई सफलता नहीं मिली है. इधर, परिजनों की परेशानी बढ़ती ही जा रही है. लापता श्याम बिहारी सिंह की मोटरसाइकिल […]
राघोपुर (सुपौल) : ललित बालिका उच्च विद्यालय की पूर्व प्राचार्य के पति के रहस्यमय तरीके से लापता होने का मामला सामने आया है. खबर फैलते ही पुलिस हरकत में आयी. लेकिन, पुलिस को अब तक कोई सफलता नहीं मिली है. इधर, परिजनों की परेशानी बढ़ती ही जा रही है. लापता श्याम बिहारी सिंह की मोटरसाइकिल कोसी महासेतु पर मिलने के बाद परिजन किसी अनहोनी की आशंका से भयभीत हैं.
थाना क्षेत्र के गणपतगंज स्थित ललित बालिका उच्च विद्यालय की पूर्व प्राचार्य पुष्पा सिंह के पति श्याम बिहारी सिंह एसएन महिला महाविद्यालय सुपौल में इतिहास विषय के व्याख्याता हैं. बुधवार सुबह उन्होंने एक वाहन किराये पर लेने के लिए बाइक से घर से निकले थे. लेकिन, देर संध्या तक वे अपने घर वापस नहीं लौटे. साथ ही परिजनों द्वारा उनके मोबाइल पर संपर्क साधे जाने पर मोबाइल स्विच ऑफ बताया. इसके बाद परिजनों ने इसकी सूचना स्थानीय थाने को दी. सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष चंद्रकांत गौरी ने पीड़ित के घर पहुंच कर मामले की जानकारी ली और खोजबीन शुरू कर दी.
घटना के 12 घंटे बीत जाने के बाद बाद बुधवार की देर शाम पुलिस को कोसी महासेतु के पश्चिमी छोड़ से लावारिश अवस्था में उनकी मोटरसाइकिल मिली. पुलिस ने संदेह व आशंका के मद्देनजर एनडीआरएफ टीम के सहयोग से गुरुवार को कोसी नदी में तलाश की, लेकिन कोई कामयाबी हाथ नहीं लगी. इधर, पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर त्रिवेणीगंज एसडीपीओ चंद्रशेखर विद्यार्थी एवं पुलिस इंस्पेक्टर मदन कुमार सिंह भी वैज्ञानिक अनुसंधान के तहत लापता प्रोफेसर के कॉल डिटेल खंगालने में जुटे हुए हैं, ताकि घटना की सच्चाई का पता चल सके.
लापता प्रोफेसर की जान को था खतरा
घटना के संबंध में श्याम बिहारी सिंह की पत्नी पुष्पा सिंह ने बताया कि पिछले एक पखबारे से उनके पति तनाव में थे. उन्होंने बताया कि उन्हें ऐसा लग रहा था कि वे उनसे कुछ छिपा रहे हैं. पत्नी पुष्पा सिंह के काफी पूछने पर लापता सिंह ने बताया कि उनको कुछ लोग जान से मार देना चाहते हैं. इसके अलावा उन्होंने कुछ नहीं बताया. हालांकि, पीड़िता मन ही मन तैयारी में थी कि गणपतगंज अब छोड़ देना है. उन्हें दिल्ली में रह रहे अपने पुत्र एवं बहू के यहां शिफ्ट हो जाना है. वे अपने पुत्र को घर भी बुलाये थे. इसी बीच यह हादसा हो गया.