सरकारी नावों पर दबंगों का कब्जा
उदासीनता. कम नहीं हो रही तटबंध के भीतर के लोगों की परेशानी बुधवार को तटबंध के भीतर बसे कई गांवों के घरों में अभी भी बाढ़ का पानी घुसा हुआ है. जिसके कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों को सरकारी स्तर से किसी भी प्रकार की मदद नहीं पहुंचायी […]
उदासीनता. कम नहीं हो रही तटबंध के भीतर के लोगों की परेशानी
बुधवार को तटबंध के भीतर बसे कई गांवों के घरों में अभी भी बाढ़ का पानी घुसा हुआ है. जिसके कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों को सरकारी स्तर से किसी भी प्रकार की मदद नहीं पहुंचायी जा रही है.
सुपौल : तटबंध के भीतर बसे लोगों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है. बुधवार को तटबंध के भीतर बसे कई गांवों के घरों में अभी भी बाढ़ का पानी घुसा हुआ है. जिसके कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लोग अभी उंचे स्थानों पर शरण लिये हुए प्रशासन से मदद की आश लगाये है.
लोगों की माने तो तटबंध के भीतर के हालत काफी खराब है. लोगों को सरकारी स्तर किसी भी प्रकार की मदद नहीं पहुंचायी जा रही है. हाल यह है कि तटबंध के भीतर परसामाधों, बौराहा, नौआबाखर, बगहा, पंचगछिया, गोरिहारी आदि गांवों की स्थिति काफी खराब है. लोगों का आरोप है कि सरकार द्वारा बहाल नाव भी कुछ दबंगों द्वारा कब्जा कर लिया गया है. जिससे तटबंध के भीतर लोगों को परिचालन में भारी समस्याओं का समाना करना पड़ रहा है. बुधवार को किसनपुर प्रखंड प्रमुख विजय कुमार यादव ने तटबंध के भीतर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का नाव से दौरा किया. जिसमें तटबंध के भीतर बदहाल व्यवस्था पर चिंताई जतायी है. वहीं पानी के दबाव के कारण तटबंधों की सुरक्षा को विभागीय स्तर पर बाढ़ निरोधात्मक कार्य किया जा रहा है.
तटबंध के भीतर है समस्याओं का अंबार
तटबंध के भीतर बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा करने के बाद प्रखंड प्रमुख विजय कुमार यादव ने बताया कि बौराहा, सिसुआ, बगहा, पंचगछिया, सिमराहा, बेंगा, गोरिहारी व परसामाधों गांव की स्थिति काफी खराब है. उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा बहाल की गयी नाव पर्याप्त नहीं है. जिसके कारण लोगों को परिचालन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. श्री यादव ने बताया कि अभी भी इन गांवों के लोग उंचे स्थान पर शरण लिये हुए है. लोगों का कहना है कि सरकार द्वारा मदद के नाम पर कुछ नहीं किया गया है. सरकार द्वारा तटबंध के भीतर परिचालन के लिए जो भी नाव की व्यवस्था की गयी है.
उस पर दंबगों द्वारा कब्जा कर लिया गया है. जिसके कारण परिचालन के प्राइवेट नाव मालिकों द्वारा मनमाना किराया वसूला जा रहा है. प्रखंड प्रमुख श्री यादव ने बताया कि तटबंध के भीतर बगहा गांव में पिछले वर्ष हुए कटाव कार्य में लगे मजदूरों को अब तक राशि नहीं दी गयी है. बताया कि सरकारी स्तर पर मजदूरों से काम तो ले लिया जाता है. लेकिन मजदूरी नहीं दी जाती है. उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने पर कई तरह की समस्याएं सामने आयी है. जिसकी शिकायत जिलाधिकारी से की जायेगी.
तटबंध के भीतर के हालात पर प्रशासन की नजर है. लोगों के परिचालन के लिए नाव की मुक्कमल व्यवस्था की गयी है. विभागीय स्तर पर लोगों की समस्या का अवलोकन किया जा रहा है. जरूरत के हिसाब से लोगों को मदद दी जा रही है.
अजीत कुमार लाल, अंचलाधिकारी, किसनपुर