दूध के लिए दिनभर होती रही मारामारी
सुपौल : चौठचंद पर्व को लेकर शुक्रवार को ग्रामीण क्षेत्र सहित जिला मुख्यालय में भी पैकेट बंद दूध के लिए दिन भर मारामारी होती रही. लोगों को दूध पाने के लिए एजेंसी के बाहर कतारबद्ध होकर चिलचिलाती धूप का सामना करना पड़ा. जानकारों के अनुसार गुरुवार को हिंदुओं का पर्व हरतालिका तीज व शुक्रवार को […]
सुपौल : चौठचंद पर्व को लेकर शुक्रवार को ग्रामीण क्षेत्र सहित जिला मुख्यालय में भी पैकेट बंद दूध के लिए दिन भर मारामारी होती रही. लोगों को दूध पाने के लिए एजेंसी के बाहर कतारबद्ध होकर चिलचिलाती धूप का सामना करना पड़ा. जानकारों के अनुसार गुरुवार को हिंदुओं का पर्व हरतालिका तीज व शुक्रवार को चौठचंद को लेकर दूध के लिए मारामारी होती रही. दूध के लिए लाइन में खड़े वार्ड नंबर 26 निवासी सतीश सुमन ने बताया कि अब तो पर्व त्योहार में दूध की काफी किल्लत हो जाती है.
इस बात पर जिला प्रशासन को ध्यान देने की आवश्यकता है. मालूम हो कि बाढ़ के कारण ग्रामीण इलाकों में दूध की भारी किल्लत हो गयी है जिससे लोगों को पैकेट बंद दूधों पर निर्भर रहना पड़ रहा है. शहर या ग्रामीण क्षेत्रों में त्योहारों को लेकर दूध की मांग बढ़ जाती है इसके एवज में दूध की आपूिर्त नहीं िकया जा रहा है. जिसके कारण उपभोक्ताओं को भारी परेशानी करनी पड़ती है. इस पर प्रशासन का ध्यान भी नहीं रहता है.