जिप अध्यक्ष के भाई की कर दी थी हत्या
सफलता. भिंडवार के अातंक से लोगों में था दहशत, गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने ली राहत की सांस नेपाल से शराब पीकर लौट रहे कुख्यात अपराधी विनोद भिंडवार सहित उसके साथ अन्य तीन शराबी साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. गुप्त सूचना के आधार पर भीमनगर में एसएसबी कैंप के पास वीरपुर एसडीपीओ सुधीर […]
सफलता. भिंडवार के अातंक से लोगों में था दहशत, गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने ली राहत की सांस
नेपाल से शराब पीकर लौट रहे कुख्यात अपराधी विनोद भिंडवार सहित उसके साथ अन्य तीन शराबी साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. गुप्त सूचना के आधार पर भीमनगर में एसएसबी कैंप के पास वीरपुर एसडीपीओ सुधीर कुमार के नेतृत्व में गिरफ्तारी की गयी.
सुपौल/वीरपुर : कोसी का कुख्यात और 50 हजार का इनामी अपराधी आखिरकार वीरपुर पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया. गुरुवार की देर रात नेपाल से शराब पीकर लौट रहे कुख्यात अपराधी विनोद भिंडवार सहित उसके साथ अन्य तीन शराबी साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. गुप्त सूचना के आधार पर भीमनगर में एसएसबी कैंप के पास वीरपुर एसडीपीओ सुधीर कुमार के नेतृत्व में गिरफ्तारी की गयी.
स्कॉर्पियो पर सवार विनोद भिंडवार के अलावा रितेश कुमार लाल दास, समीर कांत झा, नवनीत आनंद के साथ ही स्कॉर्पियो चालक शामिल है. एसपी डॉ कुमार एकले ने सदर थाना में शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि विनोद भिंडवार लूट, डकैती, हत्या, अपहरण, फिरौती, रंगदारी मांगने, अवैध हथियार रखने, घर पर बमबारी करने जैसे जघन्य कांडों में आरोपित और वांछित है, जो फरार चल रहा था. उसकी गिरफ्तारी के लिये पुलिस लगातार प्रयास कर रही थी, लेकिन वह पुलिस गिरफ्त से बाहर था.
आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने के बाद वह नेपाल में शरण लेता है. इस वजह से उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पा रही थी. एसपी के मुताबिक उसके विरुद्ध अब तक विभिन्न थानों में 21 कांड अंकित है. अधिकांश मामले वीरपुर थाना में दर्ज है. दो कांडों में इसके विरूद्ध कुर्की जब्ती की कार्रवाई भी की गयी. लेकिन इन दोनों कांडों में कुर्की जब्ती के बाद भी फरार रहकर उसने चार घटनाओं को अंजाम दिया. ये चार घटनाएं वीरपुर थाना कांड संख्या 53/15, 236/15, 324/16 और 120/17 हैं.
पुलिस की मानें तो पिछले दिनों कुख्यात अपराधी विनोद भिंडवार ने अपने सहयोगियों से मिल कर जिला परिषद अध्यक्षा रंजू देवी के भाई सोनू कुमार उर्फ सुमन कुमार एवं उसके साथी हिमांशु मिश्रा उर्फ बिट्टू की हत्या कर दी. 16 से 24 दिसंबर 2016 के बीच इस घटना को अंजाम दिया गया. दोनों के लाश को छिपाने के नियत से कटैया नहर के बड़ी बांध पर जंगल एवं बालू टिले में छिपा दिया था. हालांकि इस संदर्भ में रंजू देवी ने विनोद भिंडवार सहित 16 को नामजद बनाते हुए वीरपुर थाना में मामला दर्ज कराया था. 14 मई 2017 को आर्म्स एक्ट के मामले में वीरपुर की छाया रानी ने उसके विरुद्ध एक मामला दर्ज कराया. उन्होंने कहा कि 13 मई को बहुभोज के अवसर पर अपराधी विनोद भिंडवार ने छाया रानी के साथ गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी दी थी. उसी रात विनोद भिंडवार तीन बाइक पर सवार होकर अपने सहयोगी के साथ आया और छाया रानी के घर में घुस कर लोगों के साथ मारपीट करते हुए दो राउंड गोलियां भी चलायी. फिलहाल कुख्यात अपराधी के गिरफ्तारी से सुपौल पुलिस ने चैन की सांस ली है.
शाितर अपराधी धीरेंद्र के साथ भी हैं अच्छे संबंध
पुलिस सूत्रों की मानें तो भारत-नेपाल सीमावर्ती इलाके के कुख्यात अपराधी धीरेंद्र यादव के साथ विनोद भिंडवार के अच्छे संबंध रहे हैं. विनोद और धीरेंद्र के गुट ने कई बड़ी आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया. वीरपुर थाना क्षेत्र के भवानीपुर में विनोद ने जल संसाधन विभाग के ठेकेदार संजय गोठिया की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसके बाद से वह फरार चल रहा था. हत्याकांड को अंजाम देने के बाद भी विनोद भिंडवार की दबंगई और बढ़ती चली गयी. बीते पंचायत चुनाव में अपनी पत्नी को मुखिया उम्मीदवार के रूप में प्रत्याशी बनाकर जीत का सेहरा पहनाने में कामयाब रहा.
अपराध करने के बाद नेपाल में छिप जाता था भिंडवार
नेपाल से शराब पीकर भारत लौटने के दौरान पुलिस ने दबोचा
अपराधी विनोद भिंडवार की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार कर रही थी प्रयास