दो थानों को नहीं मिला वाहन, कैसे दबोचे जायेंगे अपराधी

मरौना : जिले के दो ऐसे थाने हैं, जिन्हें अबतक विभाग की ओर से वाहन नहीं मिला. ऐसे में क्षेत्र के अपराधियों पर त्वरित कार्रवाई कैसे होगी, यह चिंता का विषय है. लंबे समय से मरौना और नदी थाना को वाहन नहीं मिलने से अपराधियों का मनोबल दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है. मरौना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 16, 2017 5:59 AM

मरौना : जिले के दो ऐसे थाने हैं, जिन्हें अबतक विभाग की ओर से वाहन नहीं मिला. ऐसे में क्षेत्र के अपराधियों पर त्वरित कार्रवाई कैसे होगी, यह चिंता का विषय है. लंबे समय से मरौना और नदी थाना को वाहन नहीं मिलने से अपराधियों का मनोबल दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है.

मरौना थाना को अपना वाहन नहीं होने से अपराधियों पर नकेल कसने में परेशानी हो रही है. बता दें कि थाना क्षेत्र की आबादी लगभग दो लाख की है. लोगों की सुरक्षा के लिए दो थाने का निर्माण किया गया. इनमें एक मरौना थाना व दूसरा नदी थाना शामिल है. वहीं दोनों थाने को अब तक वाहन उपलब्ध नहीं कराया गया है. 13 पंचायतों से बनी प्रखंड क्षेत्र की सुरक्षा का जिम्मा पहले एक ही थाने के पास था. आपराधिक घटनाओं में वृद्धि होने के बाद अपराधी पर नकेल कसने के लिए वर्ष 2016 में नदी थाना की स्थापना हुई. वाहन नहीं होने से दोनों थाना क्षेत्र में अपराधियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है.
ऐसे में आये दिन कोई न कोई आपराधिक घटनाएं होती रहती है. पुलिस को वाहन उपलब्ध नहीं रहने से घटना के तुरंत बाद घटना स्थल पर नहीं पहुंच पाते हैं. सामाजिक कार्यकर्ता व राजद के प्रखंड अध्यक्ष लक्ष्मी नारायण यादव बताया कि सरकार की संवेदनहीनता ही है कि जिस पुलिस के भरोसे आम जनता चैन की नींद सोते हैं. इसके लिये वाहन उपलब्ध नहीं कराया गया है.
राजद कार्यकर्ता नीलांबर यादव, महावीर मस्तान, सूरज भान, प्रदीप कुमार यादव, हरखू यादव, राजेश कुमार सहित अन्य लोगों ने मरौना थाना व बड़हारा स्थित नदी थाना को अत्याधुनिक वाहन उपलब्ध कराने की मांग की है. ताकि थाना क्षेत्र में अपराधियों पर अंकुश लगाया जा सके.
वाहन नहीं होने से अपराधियों पर नहीं हो रही त्वरित कार्रवाई
मरौना व नदी थाना के पुलिसकर्मियों को कार्रवाई में हो रही परेशानी
जल्द मिलेगा वाहन
जिला में अभी वाहन उपलब्ध नहीं है. वाहन उपलब्ध होते ही समस्या का समाधान हो जायेगा. दोनों थानों को वाहन उपलब्ध कराने की दिशा में पहल की जा रही है.
डॉ कुमार एकले, पुलिस अधीक्षक, सुपौल

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