लाभुकों को मानक से कम दिया जा रहा अनाज
निरीक्षण के दौरान केंद्रों पर पायी गयी भारी अनियमितता सेविका के बदले पति कर रहे थे पंजी का संधारण डीपीओ ने सीडीपीओ सहित आठ लोगों से की स्पष्टीकरण की मांग सुपौल : आंगनबाड़ी केंद्रों पर अनियमितता, कार्य में कोताही, टीएचआर वितरण में गड़बड़ी जैसे मामले अक्सर उजागर होते रहते हैं. इसे लेकर लोगों में चर्चा […]
निरीक्षण के दौरान केंद्रों पर पायी गयी भारी अनियमितता
सेविका के बदले पति कर रहे थे पंजी का संधारण
डीपीओ ने सीडीपीओ सहित आठ लोगों से की स्पष्टीकरण की मांग
सुपौल : आंगनबाड़ी केंद्रों पर अनियमितता, कार्य में कोताही, टीएचआर वितरण में गड़बड़ी जैसे मामले अक्सर उजागर होते रहते हैं. इसे लेकर लोगों में चर्चा भी बनी रहती है. धांधली को लेकर आये दिन लोगों द्वारा अधिकारियों से शिकायत भी की जाती है. जिसका खंडन भी कार्यरत कर्मियों द्वारा किया जाता है. लेकिन दो दिन पूर्व डीपीओ आइसीडीएस के द्वारा खुद विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों के निरीक्षण के दौरान पायी गयी गड़बड़ी एवं धांधली से आंगनबाड़ी केंद्रों पर चल रहे घोटाले का पर्दाफाश हो गया. डीपीओ ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इस संबंध में कुल आठ लोगों से स्पष्टीकरण की मांग की है. जिसमें पांच सेविका, एक सहायिका के साथ ही सीडीपीओ एवं महिला पर्यवेक्षिका भी शामिल हैं.
केंद्रों का नहीं किया जाता निरीक्षण
केंद्रों पर पायी गयी गड़बड़ी
सहायिका को योगदान नहीं कराना सेविका को पड़ा महंगा, विभाग ने किया चयनमुक्त
चयनमुक्त सेविका संघ की हैं जिलाध्यक्ष
प्रतिवेदन प्राप्त होने के बाद डीपीओ ने सभी पक्षों की सुनवाई के बाद कहा कि उच्चाधिकारी के आदेश के बावजूद सहायिका का योगदान नहीं लेना एवं महिला पर्यवेक्षिका के साथ अभद्र व्यवहार करना सेविका की अनुशासनहीनता एवं स्वेच्छाचारिता को दर्शाता है. जिसके कारण सेविका को चयन मुक्त कर दिया गया. डीपीओ ने स्थानीय सीडीपीओ को सहायिका संयुक्ता सुमन को संबंधित केंद्र पर योगदान कराते हुए उन्हें बगल के केंद्र से टैग करने एवं सेविका के चयन की कार्रवाई पूर्ण करने का आदेश दिया. गौरतलब है कि चयन मुक्त सेविका आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका संघ की जिलाध्यक्ष भी हैं.
शादी के दिन ही प्रेमिका पहुंची प्रेमी के घर, शादी रुकवायी
प्रेमी व परिवार वाले नहीं आये पुलिस के सामने
थानाध्यक्ष शिव शंकर कुमार ने पीड़िता के आवेदन पर आरोपी प्रीतम के पिता दिलीप चौधरी के घर पहुंच पीड़िता के आरोपों से लोगों को अवगत कराया. लेकिन प्रीतम एवं पिता दिलीप चौधरी पुलिस के सामने नहीं आये. परिजनों ने बताया कि वे घर पर नहीं है. इस बीच समाज के गणमान्य लोग भी पहुंच गये. लड़की पक्ष के लोग भी कुछ घंटों के बाद पहुंचे. समाचार प्रेषण तक प्रीतम की शादी निर्धारित जगह पर होने से रोक दी गयी है. साथ ही ग्रामीणों ने फरमान सुनाया कि प्रीतम के स्थान पर उसके छोटे भाई जयंत की बरात किसनपुर के लिए निकलेगी.