सिमराही (सुपौल) : ‘कोई लाख करे चतुराई, विधि का लेख मिटा ना रे भाई’ पौराणिक काल से चली आ रही यह कहावत राघोपुर थाना क्षेत्र के चंपानगर पंचायत स्थित कोरियापट्टी निवासी सत्य नारायण साह के पुत्र रमेश साह पर उस समय साबित हुई जब शादी की वरमाला संपन्न होने के बावजूद उसे जबरन उठा कर दूसरी लड़की से उसकी शादी करवा दी गयी.
मिली जानकारी के अनुसार रमेश की शादी पहले पिपरा के बहुअरवा विशनपुर गांव में तय हो रही थी. लेकिन वर पक्ष द्वारा लड़की को नापसंद कर दिया गया. फिर छातापुर थाना अंतर्गत लालगंज पंचायत में जवाहर साह की पुत्री से उसकी शादी तय की गयी. शादी के लिए त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत गोनहा पंचायत के भटभंगहा स्थित महादेव मंदिर का चयन किया गया. निर्धारित कार्यक्रम के तहत मंदिर परिसर में वर व वधू पक्ष के लोग उपस्थित हुए. शादी की रस्म शुरू करायी गयी. वरमाला भी हो गया. तभी पिपरा थाना अंतर्गत बहुअरवा विशनपुर से आये 20-25 लोग दूल्हे को शादी के मंडप से जबरन उठा कर ले गये और पूर्व में तय हो रहे संबंध के तहत धनिक लाल साह की पुत्री से उसकी शादी करा दी गयी.
इधर दूल्हे के नहीं रहने के कारण मंदिर परिसर से परिजन व दुल्हन को निराश हो कर वापस घर लौटना पड़ा. हालांकि दूल्हे के बड़े भाई दिनेश साह ने राघोपुर थाना में आवेदन देकर इस मामले में शिकायत दर्ज करायी. थानाध्यक्ष राजीव कुमार झा ने दर्ज शिकायत के आलोक में पिपरा थाना क्षेत्र से दूल्हे को कब्जे में भी लिया, लेकिन बाद में खुद सूचक व अन्य परिजनों द्वारा शादी संपन्न हो जाने की बात कहते हुए मामले को समाप्त करने का अनुरोध किया गया. जिसके बाद पुलिस द्वारा दूल्हे को छोड़ दिया गया. इस शादी को लेकर लोगों में चर्चा जारी है.