लोक अदालत में 1176 मामलों का हुआ निष्पादन, पौने तीन करोड़ रुपये का हुआ समझौता

वादों के निपटारे को लेकर 10 बैंच का गठन किया गया था

By Prabhat Khabar News Desk | July 13, 2024 8:40 PM

सुपौल. व्यवहार न्यायालय परिसर में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया. जिसका उद्घाटन प्रभारी जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनंत सिंह, एसपी शैशव यादव, एडीएम रशीद कलीम अंसारी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया. लोक अदालत को लेकर व्यवहार न्यायालय परिसर में हेल्प डेस्क बनाया गया. वहीं वादों के निपटारे को लेकर 10 बैंच का गठन किया गया था. सभी बेंचों पर न्यायिक पदाधिकारी मौजूद थे. न्यायालय परिसर में मेडिकल टीम की नियुक्ति भी की गयी थी. वहीं लोक अदालत को लेकर कोर्ट परिसर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे. मौके पर एडीजे तीन गौतम यादव, एडीजे चार अभिषेक मिश्रा, एडीजे पांच संतोष कुमार दुबे, एडीजे आठ तरूण कुमार झा, एसीजेएम तीन गुरूदत्त शिरोमणि, जेजेएम प्रधान मजिस्ट्रेट अरविंद मिश्रा, मुंसिफ आयूषी चौधरी, जेएम आदित्य प्रकाश, सुधीर कुमार, भवेश कुमार, चेतन आनंद चंदन कुमार, पंकज झा, आलोक कुमार आदि मौजूद थे. स्वागत भाषण हेमंत कुमार सचिन जिला विधिक सेवा प्राधिकार ने किया. धन्यवाद ज्ञापन तरूण कुमार झा, एडीजे आठ ने किया. जबकि संचालन सर्वेश कुमार झा ने किया. मौके पर जिला विधिज्ञ संघ के सचिव विनय कुमार मिश्रा, सौरभ मोहन ठाकुर, प्रशांत कुमार, पीएलवी पुष्पक कुमार आदि मौजूद थे. राष्ट्रीय लोक अदालत में सुपौल व्यवहार न्यायालय में 10 बेंच तथा वीरपुर न्यायालय में 3 बेंच था. लोक अदालत में सुपौल व वीरपुर में कुल 1176 वादों का निष्पादन किया गया. जिसमें 03 करोड़ 84 लाख 71 हजार 500 रुपये का समझौता हुआ. प्री लिटीगेशन में कुल 838 वादों का निपटारा किया गया. जिसमें 02 करोड़ 93 लाख 17 हजार 523 तथा पोस्ट लिटीगेश में 327 वादों का निपटारा किया गया. जिसमें 91 लाख 54 हजार रुपये का समझौता हुआ.

आपसी समन्वय से मामलों को होता है निष्पादन : जिला जज

जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनंत कुमार ने कहा कि लोक अदालत बिना आपसी सहभागिता के एवं बड़ा मन किये हुए कभी सफल नहीं हो सकता. दूसरा कोई कुछ भी प्रयास कर ले. लेकिन जब तक पक्षकार गण दिल खोल कर एवं अपना बड़ा मन नहीं रखेंगे और जब तक आपस में समन्वय स्थापित नहीं करेंगे तब तक हमलोगों का कोई भी प्रयास सफल नहीं होगा. उन्होंने लोगों से अपील करते कहा कि आपलोग अपने-अपने मुकदमे को समाप्त कर लें. यह सुनहरा अवसर है कि एक दिन में मुकदमा खत्म हो जायेगा और फिर इसका कभी कहीं अपील भी नहीं होगा. वहीं लोक अदालत में मौजूद बैंक कर्मियों से कहा कि पक्षकारों से समन्वय स्थापित कर बैंक से संबंधित मामले का अधिक से अधिक निष्पादन हो, इसको लेकर प्रयास करें. जिससे कोई भी व्यक्ति यहां से ना उम्मीद के साथ नहीं लौटे.

लोक अदालत में सुलभ एवं सुगमता से मिलता है न्याय : एडीएम

एडीएम रशीद कलीम अंसारी ने कहा कि साल का अंतिम लोक अदालत है. पिछले लोक अदालत की तुलना में इस बार अधिक लोग उपस्थित हुए हैं. लोक अदालत में कुल 12 बैंच लगाया गया है. जहां सभी न्यायिक पदाधिकारी मौजूद थे. उन्होंने लोगों से लोक अदालत में लगे बेंचों से अधिक से अधिक लाभ उठाने की अपील की. कहा कि न्याय की लंबी प्रक्रिया होती है. जिसमें पक्षकारों को काफी दिक्कत होता है. न्याय का अपना तरीका है. लेकिन लोक अदालत एक ऐसा माध्यम है जहां लोगों को सुलभ एवं सुगमता से न्याय मिलता है. लोक अदालत में किसी पक्षकार की ना जीत होती है ना हार. यहां सभी पक्षकारों की सिर्फ जीत होती है.

लोगों में जगती है आशा की किरण : एसपी

एसपी शैशव यादव ने संबोधित करते कहा कि लोक अदालत को लेकर लोगों में एक आशा जगती है कि हमारे वादों का समाधान हो जायेगा. यहां पर बहुत ही अच्छे व सुलभ तरीके से आपके समस्याओं का समाधान होता है. जितने भी मामले होते है, उसको सुलझाने में लंबा समय लगता है. उसमें लोगों को बहुत तरह की क्षति होती है. लेकिन लोक अदालत में इसका समाधान बहुत ही सुलभ तरीके से हो जाता है.

10 दिव्यांगजनों को दिया गया बैट्री चालित ट्राइसाइकिल

व्यवहार न्यायालय परिसर में शनिवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वाधान में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत कार्यक्रम में मुख्यमंत्री दिव्यांगजन सशक्तिकरण छत्र योजना (संबल) अन्तर्गत ऐसे चलंत दिव्यांगजन जिनकी दिव्यांगता का प्रतिशत 60 प्रतिशत या उस से अधिक है उन योग्य दिव्यांगजनों को जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनंत सिंह, एडीएम रशीद कलीम अंसारी, पुलिस अधीक्षक शैशव यादव, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार तरूण कुमार झा द्वारा बैट्री चालित ट्राइसाइकिल का वितरण किया गया. सहायक निदेशक आलोक कुमार भारती ने बताया की कुल 10 दिव्यांगजनों को बैट्री चालित ट्राइसाइकिल प्रदान किया गया है.

मोटर वाहन से संबंधित 11 मामलों का किया गया निष्पादन

राष्ट्रीय लोक अदालत में शनिवार को मोटर वाहन से संबंधित 11 वादों का निष्पादन किया गया. जिसमें सबसे अधिक 85 लाख रुपये का समझौता हुआ. इस मौके पर शीलभद्र कुमार सिंह सहित अन्य मौजूद थे.

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