””सहेली को बचा लीजिये मैडम””, …आया एक फोन कॉल और रुक गया बाल विवाह
सुपौल : फिर एक बच्ची की जिंदगी बरबाद होने से बच गयी. अंजना और हेमलता के साहस ने बच्ची को नया जीवन दिया. मामला बाल विवाह से जुड़ा है. सुखपुर के वार्ड नंबर 12 से एक लड़की ने सीडब्ल्यूसी की अंजना सिंह को फोन किया. लड़की ने फोन पर कहा कि ‘उनकी सहेली को बचा […]
सुपौल : फिर एक बच्ची की जिंदगी बरबाद होने से बच गयी. अंजना और हेमलता के साहस ने बच्ची को नया जीवन दिया. मामला बाल विवाह से जुड़ा है. सुखपुर के वार्ड नंबर 12 से एक लड़की ने सीडब्ल्यूसी की अंजना सिंह को फोन किया. लड़की ने फोन पर कहा कि ‘उनकी सहेली को बचा लीजिये मैडम’. उसकी उम्र शादी के लायक नहीं है, पर कुछ लोग जबरदस्ती उसकी शादी करना चाह रहे हैं. फोन आने के बाद अंजना सतर्क हो गयी. उसने तुरंत ग्राम विकास परिषद की हेमलता पांडे से संपर्क किया और सुखपुर के लिए निकल पड़ी. कई घंटों की जद्दोजहद के बाद मामला सुलझा और लड़की के परिजन भी शादी नहीं करने को माने. इस तरह से एक लड़की की जिंदगी बरबाद होने से बच गयी.
ग्राम विकास परिषद की सदस्य हेमलता पांडे और बाल विकास की सदस्या अंजना सिंह ने बताया कि सुखपुर वार्ड नंबर 12 में वर्ग 9 की छात्रा जो महज 16 वर्ष की है, उसके पिता अपनी नाबालिग बेटी कि शादी गुरुवार को सहरसा के बिहरा निवसी 19 वर्षीय लड़के से तय कर दी. गुप्त सूचना पर वे लोग सुखपूर पहुंचे और स्थानीय मुखिया रामविलास कामत और ग्रामीणों के सहयोग से लड़के के पिता को बुलाकर उसे समझया-बुझाया गया, जिसके बाद बाल विवाह को रुकवाया गया. साथ ही मौके पर मौजूद अंजना व हेमलता ने लोगों को सरकार की महत्वाकांक्षी योजना बाल विवाह के कानून के बारे में भी विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि बाल विवाह कानूनन अपराध है, इस तरह की शादी में लड़कीवाले और लड़केवाले दोनों जेल जा सकते हैं, और दोनों दंड के भागी होंगे. साथ ही लड़की की और लड़के के कम उम्र में शादी होना बीमारी की जड़ है, इसको रोकने के लिए बाल विवाह कतई नहीं करनी चाहिए. लड़का की शादी 21 वर्ष के बाद और लड़की की शादी 18 वर्ष के बाद ही की जानी चाहिए, साथ ही सबने मिलकर लड़का और लड़की दोनों के परिजनों को 2 साल बाद बालिग होने पर शादी करने का आश्वासन भी दिया,
…और सीडब्ल्यूसी का जागरूकता अभियान रंग लाया
बाल विवाह और अन्य कुरीतियों के खिलाफ सीडब्ल्यूसी जागरूकता अभियान चला रहा है. इस अभियान के तहत लड़कियों को जागरूक किया जा रहा है. सीडब्ल्यूसी की अंजना ने बताया कि इसी अभियान में फोन करनेवाली लड़की भी शामिल हुई थी. वहीं पर उसे उनका फोन नंबर भी मिला था. उस फोन को उसने सेव कर लिया था. जैसे ही उसे अपने सहेली की शादी की बात पता चली, तो उसने फोन किया और बस एक ही गुहार लगायी कि मैडम! प्लीज किसी तरह जिंदगी बचा लीजिये. इसके बाद ही अंजना घर से निकली और अंजना-हेमलता का संयुक्त अभियान रंग लाया. प्रभात खबर से बातचीत में अंजना ने कहा कि बाल विवाह व अन्य कुरीतियों के खिलाफ अभियान चलाना ही उनकी जिंदगी का मकसद है. अभी वे रेड लाइट एरिया में भी लोगों को जागरूक कर कम उम्र में शादी नहीं करने की सलाह दे रहे हैं. अंजना ने कहा कि उनके इस अभियान को शहरवासियों का भी बढ़-चढ़ कर सहयोग मिल रहा है.